बिहार के दरभंगा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मैं मिथिला की धरती की बेटी स्वर कोकिला शारदा सिन्हा को भी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। मोदी ने एम्स का शिलान्यास करते हुए कहा कि पहले के दौर में स्थितियां भी बहुत कठिन हुआ करती थीं। अस्पताल बहुत ही कम थे, डॉक्टरों की संख्या बहुत ही कम थी, दवाइयां बहुत महंगी थीं। बीमारी की जांच का कोई ठिकाना नहीं था और सरकारें सिर्फ वादों और दावों में उलझी रहती थीं। बिहार में जब तक नीतीश कुमार सरकार में नहीं आए थे, तब तक गरीबों की चिंता को लेकर कोई गंभीरता ही नहीं थी। गरीब के पास चुपचाप बीमारी सहने के अलावा और कोई चारा नहीं था।
तो महीनेभर हेडलाइन पर चर्चा चल रही होती
मोदी ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना से अब तक देश में 4 करोड़ से अधिक गरीब मरीजों का इलाज हो चुका है। अगर आयुष्मान भारत योजना न होती तो इनमें से ज्यादातर लोग अस्पताल में भर्ती ही नहीं हो पाते। मुझे इस बात का संतोष है कि इनके जीवन की बहुत बड़ी चिंता एनडीए सरकार की योजना से दूर हुई है। आयुष्मान योजना से करोड़ों परिवारों को करीब 1.25 लाख करोड़ रुपये की बचत हुई है। ये 1.25 लाख करोड़ रुपये अगर सरकार ने देने की घोषणा की होती तो महीने भर हेडलाइन पर चर्चा चल रही होती कि एक योजना से देश के नागरिकों की जेब में 1.25 लाख करोड़ रुपये बचे हैं।
अच्छी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होगी : नीतीश
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आज महत्वपूर्ण दिन है। दरभंगा एम्स के निर्माण का शिलान्यास पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा किया जा रहा है। इसके निर्माण से दरभंगा के लोगों को काफी अच्छी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होगी। 2003 में तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वायपेयी के कार्यकाल में पहली बार एम्स पटना के निर्माण का निर्णय लिया गया था। दूसरी बार 2015 में दूसरे एम्स के निर्माण का निर्णय लिया गया था।