केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि पहले उपाध्यक्ष कौन होगा ये तय करें, फिर अध्यक्ष के लिए समर्थन मिलेगा। इस प्रकार की राजनीति की हम निंदा करते हैं। स्पीकर किसी सत्तारूढ़ पार्टी या विपक्ष का नहीं होता है, वो पूरे सदन का होता है। वैसे ही उपाध्यक्ष भी किसी पार्टी या दल का नहीं होता है, पूरे सदन का होता है। किसी विशिष्ट पक्ष का ही उपाध्यक्ष हो ये लोकसभा की किसी परंपरा में नहीं है।
स्पीकर के लिए विपक्ष ने रखी थी ये शर्त.. भाजपा ने सिरे से किया खारिज
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