मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि राजधानी में बने ’90 डिग्री वाले पुल’ में हुई गलती को सुधारा जाएगा और इसके लिए जिम्मेदार दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह पुल हाल ही में सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया था, क्योंकि इसके डिजाइन में एक तीखा मोड़ (90 डिग्री का मोड़) है, जिससे वाहन चालकों के लिए खतरा पैदा हो रहा है।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने स्वीकार किया कि यह पुल, जिसका अभी लोकार्पण नहीं हुआ है और जो 2022 से निर्माणाधीन है, गलत डिजाइन के कारण लोगों के बीच चिंता का विषय बना हुआ है। उन्होंने कहा, “आप ये मानकर चलते हैं कि निर्माण कार्य में कोई गलती अगर होती है तो उसे दुरुस्त किया जा सकता है। गलत हो गया है तो क्या हो गया, ज्यादा तकलीफ है?” इस बयान से उन्होंने स्पष्ट संकेत दिया कि सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से ले रही है। वे भोपाल में आयोजित अमर उजाला संवाद कार्यक्रम में बोल रहे थे।
उन्होंने आगे कहा कि इस गलती को सुधारने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे और जिन अधिकारियों या इंजीनियरों की लापरवाही के कारण यह डिजाइन त्रुटि हुई है, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री का यह बयान ऐसे समय में आया है जब इस पुल को लेकर लगातार सवाल उठ रहे थे और विपक्षी दल भी सरकार को घेर रहे थे।
इस घोषणा से भोपाल के लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है, क्योंकि यह पुल दुर्घटनाओं का सबब बन सकता था। मुख्यमंत्री ने यह भी संकेत दिया कि निर्माण कार्यों में गुणवत्ता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए भविष्य में और भी कड़े कदम उठाए जाएंगे। यह देखना बाकी है कि इस पुल को सुधारने में कितना समय और खर्च लगेगा और दोषियों पर क्या कार्रवाई होती है।