इतिहास में 13 मार्च के दिन कई महत्वपूर्ण घटनाएं दर्ज हुई हैं। इनमें से 1947 को स्वतंत्रता के बाद साढ़े तीन आने कीमत का प्रथम भारतीय डाक टिकट जय हिन्द जारी किया गया। 1962 में भारत-चीन सीमा विवाद में चीन ने संघर्षविराम की घोषणा की गई थी। 1963 में केरल के थुंबा क्षेत्र से पहला रॉकेट छोड़े जाने के साथ ही भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरुआत भी हुई थी। 1970 में भारतीय भौतिक विज्ञानी सीवी रमन का निधन हुआ था। आज ही के दिन कोरोना को महामारी घोषित किया गया था। जापान में इसी दिन सुनामी ने तबाही मचाई थी। ये घटनाएँ आज भी हमारे लिए महत्वपूर्ण हैं और हमें इतिहास से सीखने की प्रेरणा देती हैं।
स्वतंत्र भारत की पहचान और गौरव का प्रतीक था डाक टिकट
13 मार्च 1947 का दिन भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण दिन है। इसी दिन स्वतंत्रता के बाद साढ़े तीन आने की कीमत का पहला भारतीय डाक टिकट जय हिन्द जारी किया गया था। यह टिकट सिर्फ एक डाक टिकट नहीं था, बल्कि यह नए स्वतंत्र भारत की पहचान और गौरव का प्रतीक था। यह टिकट भारत की स्वतंत्रता के बाद जारी किया गया पहला डाक टिकट था, जो देश की नई पहचान को दर्शाता रहा था। जय हिन्द शब्द ने देशवासियों के दिलों में देशभक्ति की भावना को और भी मजबूत किया था। यह टिकट भारतीय डाक विभाग के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ है।
डाक टिकट की विशेषताएं
- जय हिन्द लिखा हुआ था, जो देश के राष्ट्रीय नारे के रूप में स्थापित हुआ। इसकी कीमत साढ़े तीन आने थी।
- यह टिकट स्वतंत्र भारत की सरकार द्वारा जारी किया गया था, जो देश के नए युग की शुरुआत का प्रतीक था।
- डाक टिकट न केवल डाक सेवाओं के लिए महत्वपूर्ण था, बल्कि इसने देश के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक मूल्यों को भी दर्शाया।
- जय हिन्द डाक टिकट आज भी भारतीय इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और यह देश की स्वतंत्रता और गौरव का प्रतीक है।