उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड पर आधारित फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ की रिलीज पर फिलहाल रोक जारी रहेगी। सुप्रीम कोर्ट ने फिल्म के निर्माताओं द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई को 21 जुलाई तक के लिए टाल दिया है, जिसके बाद यह स्पष्ट हो गया है कि फिल्म इस सप्ताह रिलीज नहीं हो पाएगी।
फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है। कई संगठनों ने तर्क दिया है कि फिल्म सांप्रदायिक भावनाओं को भड़का सकती है और समाज में वैमनस्य पैदा कर सकती है, खासकर संवेदनशील उदयपुर हत्याकांड के मद्देनजर। इसी आधार पर फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग की जा रही थी।
सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल कोई फैसला नहीं सुनाया और अगली सुनवाई के लिए 21 जुलाई की तारीख तय की। इसका मतलब है कि तब तक फिल्म के रिलीज होने की कोई संभावना नहीं है।
फिल्म के निर्माता लगातार यह दावा कर रहे हैं कि उनकी फिल्म सच्ची घटनाओं पर आधारित है और इसका उद्देश्य किसी भी तरह की घृणा या वैमनस्य फैलाना नहीं है, बल्कि यह सच्चाई को सामने लाने का एक प्रयास है। वहीं, याचिकाकर्ताओं का कहना है कि ऐसी फिल्में मौजूदा सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचा सकती हैं और संवेदनशील माहौल को और बिगाड़ सकती हैं।
यह देखना दिलचस्प होगा कि 21 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट इस मामले पर क्या फैसला सुनाता है। तब तक, फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ का इंतजार कर रहे दर्शकों को और इंतजार करना पड़ेगा। यह मामला अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और सामाजिक सद्भाव बनाए रखने की आवश्यकता के बीच के नाजुक संतुलन को दर्शाता है।