प्रयागराज महाकुंभ-2025 के लिए महज 4 महीने का ही समय शेष बचा है। उप्र की योगी सरकार आयोजन को सफल बनाने में जुटी है तो साधु-संतों ने भी तैयारियां शुरू कर दी हैं। अखाड़े के इष्ट देव श्रीचंद्र भगवान की 530वीं जयंती पर इष्ट देव का विशेष पूजा-अर्चना की गई। कृष्णा नगर, कीडगंज स्थित श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन में संतों ने श्रीचंद्र भगवान से महाकुंभ के सफल आयोजन के लिए आशीर्वाद मांगा। सभी 13 अखाड़ों के संतों ने भगवान का फूलों से भव्य शृंगार किया। संतों ने महाकुंभ मेले से जुड़ी गतिविधियों पर भी चर्चा की। इस दौरान आने वाले फर्जी संतों पर नकेल कसे जाने की बात कही। बैठक में तय किया गया कि इस बारे में मेला प्रशासन से बात की जाएगी। महंत यमुनापुरी ने कहा कि फर्जी संतों पर रोक हर हाल में लगनी ही चाहिए।
राष्ट्रीय एकता की कामना की
अखाड़े के महंत महेश्वरदास और महंत दुर्गादास ने बताया कि हम संतों की कामना है कि प्रयागराज की धरती पर लगने वाला महाकुंभ मेला सकुशल संपन्न हो। महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत यमुनापुरी ने कहा कि सभी अखाड़े के संत श्रीचंद्र भगवान से राष्ट्र की एकता के लिए कामना करते हैं। सचिव व्यास मुनि ने अखाड़े की परंपरा के बारे में जानकारी दी। अखाड़े में देर शाम तक भंडारा भी चला। महंत अद्यैतानंद, निरंजनी अखाड़े के सचिव महंत ओंकार गिरि, कोठारी शिवानंद, मुकामी बंशीदास, हंसमुनि मौजूद रहे।