प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के हंसलपुर में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, टोशिबा, डेंसो और सुजुकी के संयुक्त उद्यम TDS लिथियम-आयन बैटरी प्लांट में हाइब्रिड बैटरी इलेक्ट्रोड के स्थानीय उत्पादन की शुरुआत की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि अब दुनिया के दर्जनों देशों में चलने वाली इलेक्ट्रिक गाड़ियों (EV) पर ‘मेड इन इंडिया’ लिखा होगा।
इस प्लांट का उद्घाटन भारत को इलेक्ट्रिक वाहनों के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे पहले, भारत को बैटरी सेल और उसके घटकों के लिए काफी हद तक आयात पर निर्भर रहना पड़ता था। इस प्लांट में इलेक्ट्रोड जैसे महत्वपूर्ण हिस्से का स्थानीय स्तर पर उत्पादन होने से आयात पर निर्भरता कम होगी और ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान को बल मिलेगा।
इस समारोह में सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष और प्रतिनिधि निदेशक, तोशीहिरो सुजुकी और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी उपस्थित थे। तोशीहिरो सुजुकी ने कहा कि सुजुकी अगले 5-6 वर्षों में भारत में 70,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करेगी, जिससे भारत वैश्विक ऑटोमोबाइल उद्योग का एक प्रमुख केंद्र बन जाएगा।
इस प्लांट के उद्घाटन के साथ, मारुति सुजुकी की पहली वैश्विक इलेक्ट्रिक कार ‘ई-विटारा’ का उत्पादन भी शुरू हो गया है, जिसे 100 से अधिक देशों में निर्यात किया जाएगा। यह कदम भारत की बढ़ती विनिर्माण क्षमता और स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व की ओर बढ़ते कदमों को दर्शाता है।