जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर पर निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने बड़ा हमला बोला है। पप्पू यादव ने कहा कि जितने लुटेरे IAS, IPS हैं, उनको कोर टीम बोल रहे हैं। लेकिन बहुत से लोगों को सामाजिक ज्ञान नहीं है। ये समझते हैं कि सब कुछ पैसे पर होता है। बिहार के बारे में इनको कुछ पता नहीं है। गौरतलब है कि पीके ने हाल ही में अपनी पार्टी लॉन्च कर बिहार में चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।
शर्म से मर नहीं गए
पप्पू यादव ने कहा कि ये लोग रिटायर्ड लोगों को बैठा कर कह रहे हैं कि मैं क्रांति करूंगा। क्रांति करना है तो भ्रष्टाचार रोककर दिखाएं। आधार कार्ड में नंबर बदलने के लिए 400 रुपए लगते हैं इसे बदल कर दिखाएं। बाढ़ में आप कहां थे? बाढ़ के दिन पार्टी बना रहे थे और गांधी जयंती के दिन कह रहे थे कि शराब शुरू करेंगे। शर्म से मर नहीं गए। पप्पू यादव ने कहा कि पहले जहरीली शराब रोको और 51 आदमी को पैसे देकर आओ। अरबों रुपए की यात्रा करते हैं और कहते है। कि इनके पास पैसा नहीं है।
इसलिए पीके हैं खतरा
दरअसल प्रशांत किशोर का नाम तब चर्चा में आया था जब उन्होंने 2014 में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के चुनाव प्रचार का जिम्मा संभाला था इसके बाद उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को 2015 में विधानसभा चुनाव जितवाया था। प्रशांत किशोर ने ममता बनर्जी का प्रचार संभाला और उन्हें बड़ी जीत दिलाई। तब उन्होंने कहा था कि भाजपा 100 का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाएगी। तब सरकार बनाने का दावा करने वाली बीजेपी 100 से कम सीटों पर सिमट गई थी। अब राजनीति के जानकार पीके चुनावी राजनीति में उतर रहे हैं तो इससे जदयू, भाजपा और आरजेडी को खतरा हो सकता है। बिहार में 2025 में विधानसभा के चुनाव होने हैं।