प्रसिद्ध कथा वाचक जया किशोरी के बैग पर विवाद गहरा गया है। किसी ने कहा कि यह लेदर का है तो किसी ने कहा कि यह 2 लाख का है। किसी ने कहा कि यह बछड़े के चमड़े से बना है। कुछ लोगों ने तो उनकी रोलेक्स घड़ी और ऐशो-आराम भरी जिंदगी पर भी सवाल उठा दिया है। इस पर अब जया किशोरी की सफाई भी आ गई है। उनका कहना है कि यह विवाद बेवजह का है। वे एक साधारण लडक़ी हैं ओर नहीं चाहतीं कि कोई पैसा कमाना छोड़े।
कस्टमाइज्ड बैग है और उसमें कहीं भी लेदर नहीं है
जया किशोरी ने कहा कि जिस पर विवाद हो रहा है, वह बैग कस्टमाइज्ड बैग है और उसमें कहीं भी लेदर नहीं है। कस्टमाइज्ड का मतलब होता है कि आप इसे अपनी मर्जी से बनवा सकते हैं। इसलिए इस पर मेरा नाम भी लिखा है। मैंने कभी लेदर इस्तेमाल नहीं किया और न ही कभी करूंगी। जो लोग मेरी कथा में आए हैं, वे अच्छी तरह जानते हैं कि मैं कभी नहीं कहती कि सब कुछ मोह माया है, पैसा मत कमाओ या सब कुछ त्यागो। जया ने कहा कि मैंने कुछ त्यागा नहीं है, तो मैं आपको ऐसा करने के लिए कैसे कह सकती हूं?
मैं कोई संत, साधु या साध्वी नहीं
जया किशोरी ने कहा कि मैं पहले दिन से ही स्पष्ट हूं कि मैं कोई संत, साधु या साध्वी नहीं हूं। मैं एक सामान्य लडक़ी हूं, मैं एक सामान्य घर में रहती हूं, मैं अपने परिवार के साथ रहती हूं। मैं युवाओं से भी यही कहती हूं कि आप मेहनत करें, पैसा कमाएं, खुद को एक अच्छी जिंदगी दें और अपने सपने पूरे करें।