बहुप्रतीक्षित मलयालम फिल्म ‘जानकी वर्सेज स्टेट ऑफ केरल’ (Janaki V/s State of Kerala) को आखिरकार नई रिलीज डेट मिल गई है। लंबे समय से कानूनी दांव-पेंच में फंसी यह फिल्म अब 25 अगस्त 2025 को सिनेमाघरों में दस्तक देगी। यह खबर फिल्म निर्माताओं और दर्शकों दोनों के लिए राहत भरी है, क्योंकि फिल्म को एक गंभीर कानूनी लड़ाई का सामना करना पड़ा था, जो अब समाप्त हो गई है।
फिल्म के निर्देशक अनिलेश बाला और निर्माता शिजू सुकुमारन नायर ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बात की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि केरल उच्च न्यायालय ने फिल्म के खिलाफ दायर सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया है, जिससे फिल्म की रिलीज का रास्ता साफ हो गया है। फिल्म को पहले कुछ विशेष धार्मिक और राजनीतिक संगठनों द्वारा निशाना बनाया गया था, जिन्होंने दावा किया था कि फिल्म में कुछ आपत्तिजनक दृश्य या संवाद हो सकते हैं जो उनकी भावनाओं को आहत कर सकते हैं।
इन आरोपों के चलते फिल्म की रिलीज को अनिश्चित काल के लिए टाल दिया गया था। निर्माताओं को सेंसर बोर्ड से हरी झंडी मिलने के बावजूद कानूनी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। हालांकि, न्यायालय ने सभी पक्षों की दलीलें सुनने के बाद फिल्म को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार के तहत सुरक्षित पाया और अंततः इसे रिलीज करने की अनुमति दे दी।
‘जानकी वर्सेज स्टेट ऑफ केरल’ एक कोर्टरूम ड्रामा है जो एक संवेदनशील सामाजिक मुद्दे पर आधारित है। फिल्म में मुख्य भूमिका में निमिषा सजयन हैं, जो जानकी नामक एक युवती का किरदार निभा रही हैं। फिल्म की कहानी न्याय के लिए उसकी लड़ाई और सामाजिक बाधाओं को तोड़ने के उसके संघर्ष के इर्द-गिर्द घूमती है। इसके अलावा, फिल्म में कई अन्य प्रतिभाशाली कलाकार भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं, जिनमें सिद्धार्थ भारथन, अनुपम खेर और रेमा मेनन शामिल हैं।
फिल्म के संगीतकार जीतेश कुमार और सिनेमेटोग्राफर राजेश मेनन हैं। निर्माताओं ने उम्मीद जताई है कि यह फिल्म दर्शकों को पसंद आएगी और समाज में एक महत्वपूर्ण बहस शुरू करेगी। कानूनी बाधाओं को पार कर अब जब फिल्म की रिलीज की तारीख तय हो गई है, तो उम्मीद है कि यह फिल्म मलयालम सिनेमा में अपनी एक अलग पहचान बनाएगी।