सोनीपत के गांव रहमाणा का परिवार दीपावली का पर्व मनाने के लिए अपने पैतृक गांव गया था। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में पदस्थ प्रोफेसर डा. संदीप कुमार व उसकी दोनों बेटियों की दिल्ली-अंबाला राष्ट्रीय राजमार्ग पर गांव मोहड़ी के पास कार में आग लगने से मौत हो गई, जबकि उनकी पत्नी लक्ष्मी जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है।
सेंटर लॉकिंग के कारण गेट लॉक
संदीप का परिवार सपरिवार चंडीगढ़ में रह रहा था। संदीप के चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में नौकरी लगने के बाद वे पूरे परिवार को अपने साथ ले गए थे। छोटे भाई सतीश कुमार ने बताया कि कार में डिग्गी में शार्ट सर्किट होने के कारण आग लगी। इसके बाद कार सेंटर लॉकिंग के कारण गेट लॉक हो गए। इस कारण उन्हें कार से उतरने का मौका ही नहीं मिला।
बाहर से कार को नुकसान नहीं
एसआई जसवंत ने बताया कि एर्टिगा कार को बाहर से कोई नुकसान नहीं हुआ है लेकिन अंदर से कार पूरी तरह से जल गई, जिससे कार में सवार लोग झुलस गए। संदीप व उसकी बेटियां कार में पीछे बैठे थीं। वहीं उनका भाई सतीश कुमार गाड़ी चला रहा था। उसने कार को खोलने के लिए प्रयास किए, मगर वह सफल नहीं हो पाया। जब तक कार के गेट खुले, तब तक उनके परिवार के सदस्य पूरी तरह से आग की चपेट में आ चुके थे। पत्नी लक्ष्मी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।