दिल्ली में अगले साल 2025 के फरवरी में विधानसभा के चुनाव होने हैं। आम आदमी पार्टी यहां 10 साल से सत्ता में काबिज है। उसका प्रयास होगा कि हैट्रिक बनाकर वह सत्ता में वापसी करे। वहीं भाजपा का प्रयास होगा कि 10 साल बाद वह आप को सत्ता से बेदखल कर दे। इस बीच कांग्रेस भी है जिसका प्रयास है कि वह लड़ाई को त्रिकोणीय बना दे, लेकिन पिछले चुनावों को देखा जाए तो ऐसा हो नहीं पाया है। आम आदमी पार्टी कांग्रेस के वोट लेकर चुनाव जीतती रही है। यही वजह है कि दिल्ली में कांग्रेस शून्य पर सिमटती रही है, तो भाजपा भी कुछ खास कमाल नहीं कर पाई है। पिछले दो चुनावों में देखा यह गया है कि भाजपा भी कुछ कमाल नहीं कर पाई है। उसका वोट शेयर तो उतना ही रहा, लेकिन आप ने कुछ प्रतिशत ज्यादा वोट शेयर के साथ सत्ता हासिल करने में कामयाबी हासिल कर ली।
चुनाव आयुक्त का आखिरी चुनाव
अगले साल दिल्ली और बिहार में चुनाव होने हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के कार्यकाल का यह अंतिम चुनाव होगा। वह अगले साल 18 फरवरी को रिटायर होने वाले हैं। ऐसे में दिल्ली विधानसभा चुनाव 18 फरवरी से पहले ही कराए जा सकते हैं। उम्मीद है कि 12-13 फरवरी या इसके आसपास को दिल्ली में मतदान का दिन निर्धारित कर दिया जाए। वोटर लिस्ट का फाइनल पब्लिकेशन 6 जनवरी को होगा। ऐसे में 6 से 10 जनवरी के बीच घोषणा की घोषणा हो सकती है। विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया के लिए न्यूनतम 35 दिन चाहिए होते हैं। ऐसे में 6 जनवरी से 10 जनवरी के बीच चुनाव की घोषणा के बाद आयोग को यह न्यूनतम समय आराम से मिल जाएगा। अंतिम फैसला चुनाव आयोग को ही करना है।