अहमदाबाद में हाल ही में हुए दर्दनाक विमान हादसे की जांच अब एक महत्वपूर्ण मोड़ पर आ गई है। दुर्घटनाग्रस्त एयर इंडिया के विमान का ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है, लेकिन प्रारंभिक जांच में पता चला है कि यह बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। इसी वजह से इससे डेटा निकालना भारत में मुश्किल हो रहा है। इसलिए, इस ब्लैक बॉक्स को अब डेटा रिकवरी और उन्नत फोरेंसिक विश्लेषण के लिए अमेरिका भेजा जाएगा।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार, इस ब्लैक बॉक्स को वाशिंगटन डीसी स्थित नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) की प्रयोगशाला में भेजा जाएगा। यह अमेरिका में विमान दुर्घटना जांच के लिए सबसे उन्नत सुविधाओं में से एक है। एक भारतीय दल भी इस ब्लैक बॉक्स के साथ अमेरिका जाएगा, ताकि जांच प्रक्रिया के दौरान सभी प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित किया जा सके।
क्यों भेजा जा रहा है अमेरिका?
- क्षतिग्रस्त ब्लैक बॉक्स: दुर्घटना इतनी भीषण थी कि विमान का ब्लैक बॉक्स (जिसमें फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर शामिल होते हैं) काफी हद तक क्षतिग्रस्त हो गया है। भारत में मौजूदा सुविधाओं और विशेषज्ञता के साथ इस स्तर के नुकसान से डेटा निकालना बेहद चुनौतीपूर्ण है।
- उन्नत तकनीकी क्षमता: अमेरिका में NTSB के पास ब्लैक बॉक्स से डेटा निकालने और उसका विश्लेषण करने के लिए विश्वस्तरीय तकनीक और विशेषज्ञता मौजूद है, जो गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त रिकॉर्डर से भी जानकारी प्राप्त करने में सक्षम है।
- अंतर्राष्ट्रीय सहयोग: यह एक अंतर्राष्ट्रीय जांच भी है, जिसमें दुर्घटना में मारे गए 53 ब्रिटिश नागरिकों के कारण ब्रिटेन की एयर एक्सीडेंट्स इन्वेस्टिगेशन ब्रांच (AAIB) भी शामिल होगी। ऐसे में, वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला में जांच कराना पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करता है।
ब्लैक बॉक्स से मिलने वाले डेटा से विमान के उड़ान भरने से पहले, दौरान और दुर्घटना से ठीक पहले की सभी महत्वपूर्ण जानकारी जैसे गति, ऊंचाई, इंजन की स्थिति, पायलटों के बीच की बातचीत और अन्य तकनीकी विवरण सामने आएंगे। यह जानकारी ही दुर्घटना के सही कारणों का पता लगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।


