उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भराड़ीसैंण (गैरसैंण) चमोली में ग्राम्य विकास एवं पलायन निवारण आयोग द्वारा आयोजित राज्यस्तरीय ग्रामीण उद्यमिता विकास कार्यशाला में भाग लिया। उनहोंने ग्रामीण उद्यमियों एवं स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के साथ संवाद किया। कार्यशाला के दौरान प्राप्त सुझाव ग्रामीण उद्यमियों के सामने आने वाली विभिन्न चुनौतियों को समाप्त करने में सहायक सिद्ध होंगे। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ग्रामीण क्षेत्रों से पलायन रोकने के लिए व्यवसाय और स्वावलंबन के नए अवसर सृजित करने हेतु कार्य कर रही है। पलायन कम करने में हमारी मातृशक्ति भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। देवभूमि को सशक्त बनाना ही सरकार का लक्ष्य है।
उत्पादों की मांग वैश्विक स्तर पर बढ़ रही
सीएम धामी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा पिछले 3 वर्षों में स्वरोजगार के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य किए गए हैं। महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाए जा रहे शानदार उत्पादों की मांग वैश्विक स्तर पर बढ़ रही है और हमारी सरकार सरस मेला, हाउस ऑफ हिमालयाज व अन्य माध्यमों से उत्पादों के विपणन की सुविधा प्रदान कर रही है। सीएम ने देर सायं गैरसैंण में अधिकारियों के साथ जनपद चमोली में संचालित विभिन्न विकास कार्यों की समीक्षा बैठक के दौरान लोक कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन एवं गतिमान कार्यों में तेजी लाने से संबंधित बिंदुओं पर चर्चा की।
गंगा सहित अन्य नदियों में न मिले गंदा पानी
बैठक के दौरान संबंधित अधिकारियों को जनपद में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखने एवं गंगा सहित अन्य नदियों में जाने वाली गंदगी एवं गंदे नालों का ट्रीटमेंट किए जाने हेतु निर्देशित किया। साथ ही परियोजनाओं को समयबद्धता और गुणवत्ता के साथ पूरा करने के निर्देश दिए, जिससे जनपदवासियों को बेहतर सुविधाएं प्राप्त हो सके। इस दौरान अधिकारियों को तहसील दिवसों में अनिवार्य रूप से भाग लेने एवं जनता की समस्याओं का निस्तारण करने के लिए निर्देशित किया। जनपदों के सर्वांगीण विकास को आधार बनाते हुए हमारी सरकार देवभूमि को सशक्त बनाने की दिशा में प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है।
