अयोध्या का इस बार का दीपोत्सव कई कारणों से खास होने जा रहा है, क्योंकि यह पहला अवसर होगा जब भव्य राम मंदिर का पूरा 70 एकड़ परिसर दीपों से जगमगाएगा। अयोध्या दीपोत्सव के दौरान एक खास आकर्षण ड्रोन शो होगा। इस बार स्वदेश निर्मित 1,100 ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा। ये ड्रोन आसमान में कोरियोग्राफी के साथ उड़ान भरेंगे और रामायण के विभिन्न प्रसंगों की मनमोहक झलकियाँ प्रदर्शित करेंगे। यह शो दीपोत्सव के उल्लास और भक्ति को एक अनूठा तकनीकी अनुभव प्रदान करेगा, जिसे आम जनता के लिए 18 और 19 अक्टूबर को आयोजित करने का निर्णय लिया गया है।
दीपोत्सव की मुख्य बातें:
- 70 एकड़ परिसर होगा जगमग: पहली बार राम मंदिर का पूरा 70 एकड़ परिसर आलोकित होगा। मंदिर के चारों दिशाओं में फैला चार किलोमीटर क्षेत्र डेढ़ लाख दीपों से जगमग होगा।
- समय: दीपोत्सव के दिन 19 अक्तूबर को ठीक 5:30 बजे पूरा परिसर दीपों की रोशनी से नहा उठेगा।
- व्यापक स्वरूप: राम मंदिर ट्रस्ट ने इस बार दीपोत्सव को पहले से कहीं अधिक व्यापक स्वरूप देने का निर्णय लिया है। पहले यह केवल गर्भगृह और दर्शनपथ तक सीमित रहता था, लेकिन अब मंदिर निर्माण के पहले चरण के कार्य पूरे होने और परिसर साफ-सुथरा होने के कारण इसे व्यापक किया गया है।
- ट्रस्ट की तैयारी: मंगलवार देर शाम राम मंदिर के ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र ने बैठक कर दीपोत्सव को भव्य बनाने के लिए कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारियां बांटीं।
विश्व रिकॉर्ड और तकनीक:
- गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम: गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की टीम बुधवार को अयोध्या पहुंच गई है। टीम के कंसल्टेंट निश्चल बरोट ने बताया कि इस बार दो विश्व रिकॉर्ड बनेंगे। 30 लोगों की टीम अयोध्या आई है और नए लोगों को प्रशिक्षित किया जा रहा है तथा अलग-अलग घाटों की जिम्मेदारी सौंपी जा रही है।
- 26 लाख दीये: राम की पैड़ी सहित 56 घाटों पर 26 लाख दीये जलाए जाएंगे।
- तकनीकी शो: श्रद्धालुओं को अनूठा अनुभव देने के लिए कोरियोग्राफ्ड म्यूजिकल ड्रोन शो और 3-डी होलोग्राफिक म्यूजिकल लेजर शो आयोजित किए जाएंगे।
- ड्रोन शो: स्वदेश निर्मित 1,100 ड्रोन आसमान में रामायण के विभिन्न प्रसंगों की झलकियां प्रदर्शित करेंगे।
- आयोजन की तारीखें: पर्यटन विभाग ने ड्रोन शो और लेजर शो प्रस्तुतियों को आमजन के लिए दो दिन 18 व 19 अक्टूबर को आयोजित करने का निर्णय लिया है।