पंजाब के गुरदासपुर और हरियाणा के सिरसा में पुलिस थानों के बाहर लगभग एक साथ हुए दो धमाकों ने दोनों राज्यों में सुरक्षा को लेकर हाई अलर्ट जारी कर दिया है। इन आतंकी घटनाओं की जिम्मेदारी एक प्रतिबंधित संगठन खालिस्तान लिबरेशन आर्मी (केएलए) ने ली है, जिसने इसे भारत की सुरक्षा एजेंसियों पर सीधा हमला बताया है।
गुरदासपुर (पंजाब) की घटना
यह धमाका बुधवार (26 नवंबर 2025) को देर शाम गुरदासपुर के काहनूवान पुलिस थाने के बाहर हुआ। पुलिस की शुरुआती जांच के अनुसार, यह धमाका संभवतः टिफिन बम (Tiffin Bomb) या आईईडी (IED) से किया गया था। धमाका इतना शक्तिशाली था कि थाने के बाहर खड़ी कई गाड़ियों के शीशे टूट गए और इमारत को भी आंशिक नुकसान पहुँचा। घायलों में सपना शर्मा, अनु बाला और राजेश कुमार को गहरी चोटें आई हैं।
सिरसा (हरियाणा) की घटना
इसके तुरंत बाद, हरियाणा के सिरसा जिले के डबवाली में भी पुलिस थाने के बाहर एक जोरदार धमाका हुआ। यह धमाका भी एक कम तीव्रता वाला आईईडी प्रतीत होता है। डबवाली की घटना में एक स्थानीय नागरिक घायल हुआ है, जो उस समय थाने के पास से गुजर रहा था।
आतंकी संगठन की जिम्मेदारी और प्रतिक्रिया
- प्रतिबंधित खालिस्तान लिबरेशन आर्मी (केएलए) ने इन दोनों धमाकों की जिम्मेदारी लेते हुए सोशल मीडिया पर एक बयान जारी किया है। संगठन ने दावा किया कि ये हमले “राज्य प्रायोजित आतंकवाद” के खिलाफ प्रतिक्रिया हैं और यह चेतावनी दी कि ऐसे हमले जारी रहेंगे। दोनों राज्यों की पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। डीजीपी ने सभी सीमावर्ती जिलों और अहम सरकारी प्रतिष्ठानों की सुरक्षा बढ़ाने के आदेश दिए हैं। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि यह हमला ड्रोन के माध्यम से गिराए गए विस्फोटक सामग्री का उपयोग करके किया गया होगा, जैसा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में हाल के दिनों में देखा गया है।


