जम्मू-कश्मीर में 26 जनवरी (गणतंत्र दिवस 2026) से पहले आतंकी साजिशों की आहट ने सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर डाल दिया है। खुफिया इनपुट के अनुसार, सीमा पार बैठे आतंकी हैंडलर जम्मू संभाग और राष्ट्रीय राजमार्गों को निशाना बनाने की बड़ी फिराक में हैं। दिसंबर के इस सप्ताह में जम्मू के विभिन्न हिस्सों में सुरक्षा व्यवस्था को बेहद कड़ा कर दिया गया है।
सुरक्षा बलों का सघन तलाशी अभियान
- उधमपुर मुठभेड़ और अलर्ट: हाल ही में उधमपुर के मजालता इलाके (सोअन गांव) में आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ के बाद पूरे क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया गया है। इस मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी अमजद अली खान शहीद हो गए थे, जिसके बाद जंगलों की घेराबंदी कर आतंकियों की तलाश की जा रही है।
- बॉर्डर पर कड़ी निगरानी: अंतरराष्ट्रीय सीमा (IB) और नियंत्रण रेखा (LoC) पर बीएसएफ और सेना ने ‘विंटर पेट्रोलिंग’ तेज कर दी है। घने कोहरे और धुंध का फायदा उठाकर घुसपैठ की कोशिशों को रोकने के लिए थर्मल इमेजर्स और ड्रोन्स का इस्तेमाल किया जा रहा है।
- नाकों पर चेकिंग: जम्मू-श्रीनगर और जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर औचक नाके लगाए गए हैं। संदिग्ध वाहनों और व्यक्तियों की सघन तलाशी ली जा रही है।
प्रमुख संवेदनशील इलाके
खुफिया एजेंसियों ने जम्मू के मन्हास, रिंग रोड, गुज्जर नगर, डोगरा चौक और बस स्टैंड जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों को संवेदनशील घोषित किया है। इसके अलावा, राजौरी और पुंछ के पहाड़ी इलाकों में गुफाओं और प्राकृतिक छिपने की जगहों पर सेना लगातार निगरानी रख रही है।
आम जनता के लिए दिशा-निर्देश
- पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध वस्तु या व्यक्ति की सूचना तुरंत सुरक्षा बलों को दें।
- पुंछ पुलिस ने आतंकियों की सटीक सूचना देने वाले के लिए 5 लाख रुपये के इनाम की घोषणा भी की है।
- होटलों, गेस्ट हाउस और सराय मालिकों को सीसीटीवी कैमरे सुचारू रखने और ठहरने वालों के पहचान पत्र अनिवार्य रूप से जांचने के निर्देश दिए गए हैं।


