राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 13 और 14 दिसंबर को संभावित आतंकी हमलों के खुफिया इनपुट के कारण सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। देश का खुफिया विभाग और सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से सतर्क हो गई हैं। सुरक्षा एजेंसियां पन्नू की धमकियों और खुफिया इनपुट को गंभीरता से ले रही हैं और दिल्ली की चप्पे-चप्पे पर निगरानी बढ़ा दी गई है। भीड़-भाड़ वाली जगहों, मेट्रो स्टेशनों और बाजारों में विशेष रूप से सतर्कता बरती जा रही है।
हाई अलर्ट का कारण
दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था सख्त करने के पीछे दो प्रमुख कारण हैं:
- 13 दिसंबर: संसद हमले की बरसी: यह तारीख 2001 में हुए भारतीय संसद पर आतंकवादी हमले की बरसी है, जिसके कारण इस दिन सुरक्षा हमेशा कड़ी रहती है।
- 14 दिसंबर: हनुक्का उत्सव: इस दिन राष्ट्रीय राजधानी में यहूदियों का आठ दिवसीय शीतकालीन उत्सव हनुक्का मनाया जाता है।
इन दोनों आयोजनों के मद्देनजर किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस, केंद्रीय एजेंसियां और अन्य सुरक्षा टीमें स्वात टीम (SWAT Team) और एंटी-टेरर यूनिटों के साथ समन्वय स्थापित कर मिनट-दर-मिनट निगरानी कर रही हैं।
पन्नू ने वीडियो जारी कर दी धमकी
खालिस्तानी आतंकी संगठन ‘सिख फॉर जस्टिस’ (SFJ) के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक वीडियो जारी कर भारत को धमकी दी है।
- धमकी का दावा: पन्नू ने 13 दिसंबर को ‘कश्मीर-खालिस्तान फ्रीडम डे’ के रूप में मनाने की बात कहते हुए भारतीय संसद पर ‘स्ट्राइक’ करने की धमकी दी है।
- अन्य प्रयास: इससे पहले भी पन्नू ने भारत के खिलाफ कई बार भड़काऊ बयान दिए हैं, जिसमें वह एयर इंडिया की उड़ानों, अयोध्या के राम मंदिर, और हिंदू मंदिरों को निशाना बनाने की धमकी दे चुका है।


