बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की सरगर्मियां तेज हो गई हैं, और इस बीच राजद से निष्कासित नेता तेज प्रताप यादव ने अपनी अलग राह चुन ली है। उन्होंने पांच छोटे राजनीतिक दलों के साथ मिलकर एक नया गठबंधन बनाया है और महुआ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान भी किया है। यह कदम लालू प्रसाद यादव के परिवार में चल रही खींचतान को और बढ़ा सकता है।
तेज प्रताप ने जिन पांच दलों के साथ गठबंधन किया है, उनमें से एक है ‘विकास वंचित इंसान पार्टी’ (VVIP), जिसे कुछ ही समय पहले मुकेश सहनी की पार्टी से निकले प्रदीप निषाद ने गठित किया है। इसके अलावा, गठबंधन में ‘प्रगतिशील जनता पार्टी’ (मनोरंजन कुमार श्रीवास्तव), ‘वाजिब अधिकार पार्टी’ (विद्यानंद राम) और ‘भोजपुरिया जनम मोर्चा’ (भरत सिंह) जैसे दल शामिल हैं। इन दलों का बिहार की राजनीति में बहुत ज्यादा प्रभाव नहीं है।
खास बात यह है कि इन छोटे दलों में से एक, ‘विकास वंचित इंसान पार्टी’, जिसके नेता को तेज प्रताप निषाद समाज का असली प्रतिनिधि बता रहे हैं, उसके आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर केवल तीन फॉलोअर्स हैं। यह आंकड़ा इस बात का संकेत है कि इन दलों की जमीनी स्तर पर पकड़ कितनी कमजोर है।
तेज प्रताप यादव ने अपने इस नए गठबंधन को ‘सामाजिक न्याय’ की लड़ाई बताया है और इंडिया गठबंधन को भी इसमें शामिल होने का न्योता दिया है। हालांकि, बीजेपी और जेडीयू से उन्होंने दूरी बनाए रखी है। इस नए गठबंधन की सफलता पर फिलहाल राजनीतिक पंडितों में संदेह है, लेकिन यह निश्चित रूप से बिहार की राजनीति को दिलचस्प बना देगा।