हरियाणा सरकार ने 2036 में होने वाले ओलंपिक खेलों में पदक जीतने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित कर ली है। इसके लिए मिशन ओलंपिक-2036 विजयीभव योजना का रोडमैप तैयार किया गया है और इसकी तैयारियां अभी से शुरू कर दी गई हैं। हरियाणा, जिसे मेडल फैक्टरी के नाम से जाना जाता है, उसका उद्देश्य इस पहल के माध्यम से देश और प्रदेश की झोली पदकों से भरना है। इस मिशन के तहत, सरकार 10 से 12 वर्ष की उम्र के युवा खिलाडिय़ों पर विशेष ध्यान देगी। इन बाल खिलाडिय़ों को अभी से इस तरह प्रशिक्षित किया जाएगा कि वे 2036 के ओलंपिक में बेहतरीन प्रदर्शन कर सकें। इन बच्चों की पहचान करके उन्हें राज्य खेल विश्वविद्यालय में ओलंपिक स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। सरकार उनके प्रशिक्षण, आवास, भोजन और शिक्षा की पूरी जिम्मेदारी लेगी।
कम से कम 36 जीतने का लक्ष्य
हरियाणा सरकार ने इस मिशन ओलंपिक-2036 विजयीभव योजना के लिए 20 करोड़ रुपये के विशेष बजट का प्रावधान किया है, जिसमें आवश्यकता के अनुसार साल-दर-साल वृद्धि की जाएगी। इसके अलावा, खेल बुनियादी ढांचे को उन्नत करने और खिलाडिय़ों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने पर भी जोर दिया जाएगा। खेल मंत्री गौरव गौतम ने बताया कि हरियाणा की खेल नीति देश की सर्वश्रेष्ठ नीतियों में से एक है, जो खिलाडिय़ों को मुफ्त बीमा, अखाड़ों और खेल नर्सरी के लिए विशेष प्रोत्साहन, और वित्तीय सहायता प्रदान करती है। सरकार का लक्ष्य है कि हरियाणा 2036 ओलंपिक में पदकों की संख्या को 4 से बढ़ाकर 36 करे, जिससे राज्य खेलों में अपनी अग्रणी स्थिति को और मजबूत कर सके।