पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने अफगानिस्तान के साथ चल रहे संघर्ष में शांति स्थापित करने के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मध्यस्थता करने की अपील की है। आसिफ ने जियो टीवी से बात करते हुए ट्रंप की प्रशंसा की और उन्हें “युद्ध रोकने वाले पहले अमेरिकी राष्ट्रपति” बताया, जबकि अन्य अमेरिकी राष्ट्रपतियों को संघर्षों को बढ़ावा देने वाला बताया। उन्होंने कहा कि अगर ट्रंप पाकिस्तान-अफगानिस्तान युद्ध पर ध्यान देते हैं और मध्यस्थता के लिए आगे आते हैं तो पाकिस्तान उनका “हार्दिक स्वागत” करेगा।
तालिबान हमलों के पीछे भारत पर पाकिस्तान का दावा:
- ख्वाजा आसिफ ने एक बड़ा दावा करते हुए कहा है कि अफगान तालिबान द्वारा पाकिस्तान पर किए जा रहे हमलों के पीछे भारत का हाथ है। उनका आरोप है कि पाकिस्तान पर हमले के फैसले काबुल की बजाय नई दिल्ली में लिए जा रहे हैं।उन्होंने कहा कि अफगान इस समय “भारत के लिए छद्म युद्ध लड़ रहे हैं” और उन्होंने अफगानिस्तान-पाकिस्तान के बीच हुए युद्धविराम समझौते पर तालिबान की मंशा पर भी संदेह व्यक्त किया। आसिफ ने हालिया तनाव के लिए दिल्ली को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि अफगानिस्तान की सरकार “भारत के इशारे पर काम कर रही है।”
आमिर मुत्तकी की भारत यात्रा पर संदेह:
- ख्वाजा आसिफ ने तालिबान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी की भारत यात्रा को अफगान-पाकिस्तान सीमा पर हुए संघर्ष से जोड़ा। उन्होंने आरोप लगाया कि मुत्तकी की भारत यात्रा के दौरान “पाकिस्तान विरोधी योजनाएं” बनाई गईं।आधिकारिक तौर पर दौरा व्यापार और द्विपक्षीय संबंधों पर केंद्रित बताया गया था, लेकिन आसिफ के अनुसार, “पर्दे के पीछे इसके दूसरे उद्देश्य थे।”
पाक-अफगान सीमा पर भीषण झड़पें:
- पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बॉर्डर पर बीते हफ्ते भीषण झड़पें हुई हैं। तालिबान ने दावा किया है कि इन झड़पों में पाकिस्तान के 58 सैनिकों की मौत हुई है और कई सैन्य चौकियों पर कब्जा किया गया है, जिसे पाकिस्तान के लिए “बड़ा झटका” माना गया है। तनाव तब बढ़ा जब पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) को निशाना बनाते हुए हवाई हमले किए, जिसके बाद अफगान तालिबान ने जवाबी हमला किया। पाकिस्तान का कहना है कि TTP जैसे गुटों को अफगानिस्तान में पनाह मिल रही है, जो उसकी ज़मीन पर हमले कर रहा है, जबकि तालिबान इस आरोप से इनकार करता है।
ट्रंप की तारीफ
- यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान की ओर से डोनाल्ड ट्रंप की तारीफ की गई हो। इससे पहले पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने मिस्र में हुई गाजा पीस समिट में ट्रंप की तारीफ की थी और उन्हें भारत और पाकिस्तान का युद्ध रुकवाने का श्रेय भी दिया था। हालांकि, भारत इस दावे को खारिज करता रहा है। पाकिस्तान अफगानिस्तान के साथ सीमा तनाव को लेकर भारत पर हमलावर है और शांति के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को मध्यस्थता के लिए बुला रहा है।