भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर 8 महीने से अंतराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर फंसे हैं। तब से वे स्पेस में ही हैं। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने अब उन्हें वापस बुलाने के उपाय का ऐलान कर दिया है। ‘स्पेसएक्स’ आगामी अंतरिक्ष यात्री उड़ानों के लिए कैप्सूल बदलेगा, ताकि बुच विल्मोर और सुनीता विलियम्स को मार्च के अंत या अप्रैल की शुरुआत के बजाय मार्च के मध्य में ही वापस लाया जा सके।
जून में वापस आना था
स्पेसएक्स के परीक्षण पायलटों को जून में बोइंग के स्टारलाइनर कैप्सूल पर वापस लाया जाना था। कैप्सूल को अंतरिक्ष स्टेशन तक पहुंचने में इतनी परेशानी हुई कि नासा ने इसे खाली वापस लाने का फैसला किया। इसके बाद स्पेसएक्स ने अधिक तैयारियों की जरूरत को देखते हुए नए कैप्सूल को भेजने में देरी की जिससे सुनीता और बुच को वापस लाने के मिशन में और देर हुई। अब 12 मार्च को नए कैप्सूल का प्रक्षेपण किया जाएगा। इससे उम्मीद बंधी है कि भारतीय मूल की सुनिता विलियम्स सुरक्षित वापस आएंगी। 2003 में भी भारतीय मूल की कल्पना चावला अंतरिक्ष गई थीं, लेकिन हादसे में उनकी जान चली गई थी।