संसद के मानसून सत्र में आज राज्यसभा में कांग्रेस अध्यक्ष और विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर सरकार पर तीखे सवाल दागे। वहीं, सत्ता पक्ष की ओर से भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने खरगे के सवालों का करारा जवाब दिया, जिसमें उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता का जिक्र किया।
खरगे के तीखे सवाल:
मल्लिकार्जुन खरगे ने पहलगाम हमले के दोषियों को लेकर सरकार से जवाब मांगा। उन्होंने कहा कि 22 अप्रैल 2025 को हुए इस भीषण हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी, और इस आतंकी घटना के बाद पूरे विपक्ष ने सरकार को बिना शर्त समर्थन दिया था। खरगे ने सवाल किया, “हमने उस समय कोई सवाल न उठाते हुए सत्ता पक्ष को पूरा समर्थन दिया। मैं चाहता हूं कि पहलगाम हमले में अब तक आतंकी पकड़े गए या नहीं, आखिर उनका क्या हुआ, ये तो सरकार को बताना चाहिए।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल (एलजी) ने खुद इस हमले में खुफिया नाकामी की बात स्वीकार की थी।
इसके अतिरिक्त, खरगे ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस बयान का भी उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच युद्धविराम में अपनी भूमिका का दावा किया था। खरगे ने इसे “देश के लिए अपमानजनक” बताया और सरकार से इस पर स्पष्टीकरण मांगा।
नड्डा का पलटवार:
खरगे के सवालों का जवाब देते हुए जेपी नड्डा ने कहा कि वह हर बिंदु पर चर्चा के लिए तैयार हैं। उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र करते हुए कहा, “आजादी के बाद देश में कभी भी किसी ऑपरेशन के दौरान ऐसा नहीं हुआ था जैसा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के आठ दिनों में हुआ।”
नड्डा ने खरगे के इस आरोप को भी खारिज किया कि सरकार विपक्ष को बोलने नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा के लिए पूरी तरह से तैयार है और बिजनेस एडवाइजरी कमेटी में इसके लिए समय आवंटित करने का प्रस्ताव भी रखा गया है।
पहलगाम हमले और उसके बाद हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर राज्यसभा में यह तीखी बहस जारी रही, जिससे सदन की कार्यवाही में भी बाधा आई।