Success Story : उत्तर प्रदेश के एक छोटे से शहर फिरोजाबाद के सुहाग नगर में रहने वाले युवा ऋषभ भारद्वाज ने अपनी मेहनत, जुनून और रचनात्मकता के दम पर सफलता की एक नई मिसाल कायम की है। मात्र 50 हजार रुपये के शुरुआती निवेश से शुरू किया गया उनका बिजनेस आज लाखों का टर्नओवर दे रहा है। अपने घर में ही उन्होंने टेबल लैंप, झूमर और हैंगिग लाइट्स बनाने का काम शुरू किया था, और आज देशभर से उनके पास ऑर्डर आ रहे हैं।
यह कहानी सिर्फ एक व्यवसाय की नहीं, बल्कि एक युवा के आत्मविश्वास और दूरदर्शिता की है। ऋषभ, जो कला और शिल्प में गहरी रुचि रखते थे, उन्होंने देखा कि बाजार में बिकने वाले डिजाइनर लैंप और लाइट्स बहुत महंगे थे। उन्होंने महसूस किया कि अगर वह खुद हस्तनिर्मित और किफायती विकल्प पेश करें तो यह एक बड़ा बाजार हो सकता है।
यही सोचकर, उन्होंने अपनी सारी जमा-पूंजी, यानी 50 हजार रुपये, इकट्ठा किए। इस राशि से उन्होंने कुछ बुनियादी औजार, लकड़ी, धातु के स्क्रैप, और बिजली के सामान खरीदे। अपने घर के एक छोटे से कोने को उन्होंने अपनी वर्कशॉप बना लिया और दिन-रात लाइट्स बनाने के काम में जुट गए। शुरुआत में, वह सिर्फ कुछ टेबल लैंप और छोटे झूमर बनाते थे, जिन्हें वह अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को दिखाते थे।
असली बदलाव तब आया जब उन्होंने अपनी कला को सोशल मीडिया की ताकत से जोड़ा। उन्होंने अपने बनाए गए लैंप और लाइट्स की खूबसूरत तस्वीरें और वीडियो इंस्टाग्राम और फेसबुक पर पोस्ट करना शुरू किया। उनके अनूठे और कलात्मक डिजाइनों ने बहुत जल्द लोगों का ध्यान खींचा। देखते ही देखते, उनके खूबसूरत काम की चर्चा होने लगी और उन्हें देशभर से ऑनलाइन पूछताछ आने लगी।
शुरुआत में छोटे शहरों से आए कुछ ऑर्डर जल्द ही बड़े-बड़े शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और कोलकाता से आने वाले सैकड़ों ऑर्डरों में बदल गए। ऋषभ की लाइट्स की खासियत यह थी कि हर पीस अपनी तरह का अनूठा था और उसे ग्राहक की पसंद के अनुसार बनाया जाता था। उनके बनाए गए झूमर, जो पुरानी लकड़ियों और धातुओं से बने होते थे, बहुत लोकप्रिय हुए।
जैसे-जैसे डिमांड बढ़ी, ऋषभ के लिए अकेले काम करना मुश्किल हो गया। उन्होंने अपने साथ कुछ स्थानीय कारीगरों और मजदूरों को जोड़ा, जिससे न सिर्फ उनके काम में तेज़ी आई बल्कि कई लोगों को रोजगार भी मिला। आज, उनकी छोटी सी टीम कस्टमर की डिमांड के अनुसार, शादी-पार्टियों के लिए विशेष डेकोरेटिव लाइट्स से लेकर बड़े रेस्टोरेंट और होटलों के लिए हैंगिंग लाइट्स तक सब कुछ बनाती है।
ऋषभ की सफलता की कहानी उन युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो कम पूंजी के कारण अपने सपने पूरे नहीं कर पाते। उन्होंने साबित कर दिया है कि अगर आपके पास कोई अच्छा आइडिया और उस पर काम करने का हौसला है, तो छोटी शुरुआत भी आपको बड़ी सफलता दिला सकती है। ऋषभ का मानना है कि “पैसा नहीं, बल्कि जुनून और लगन ही किसी भी व्यवसाय की असली पूंजी होती है।”