यूपीएससी परीक्षा से जुड़ी सफलता की अलग-अलग कहानियां आप हर रोज पढ़ते हैं। ये कहानियां जहाँ उम्मीदवारों के संघर्ष को बताती हैं तो पाठको को अपने लक्ष्य के प्रति आगे बढ़ने के लिए प्रेरित भी करती हैं। ऐसी ही एक कहानी है आईपीएस सिमाला प्रसाद की। ये एक ऐसी शख्सियत हैं जिन्होंने यूपीएससी परीक्षा में अपने पहले ही प्रयास में सफलता हासिल की। ख़ास बात यह है कि उन्होंने यह उपलब्धि बिना कोचिंग की सहायता के हासिल की।
आईपीएस सिमाला प्रसाद कौन हैं?
बता दें कि अक्टूबर 1980 में भोपाल में जन्मी सिमाला प्रसाद एक प्रतिष्ठित पृष्ठभूमि से हैं। उन्होंने सेंट जोसेफ को-एड स्कूल में पढ़ाई की और 1975 बैच के प्रतिष्ठित आईएएस अधिकारी डॉ. भागीरथ प्रसाद और प्रसिद्ध लेखिका मेहरुन्निसा परवेज की बेटी हैं।
कॉलेज का सफर
प्रसाद ने वाणिज्य में स्नातक की डिग्री हासिल की और बाद में बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय, भोपाल से समाजशास्त्र में स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की। अपनी शैक्षणिक गतिविधियों के बाद, उन्होंने मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा उत्तीर्ण की और डीएसपी (पुलिस उपाधीक्षक) के रूप में एक पद हासिल किया। इस भूमिका में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के लिए स्व-अध्ययन शुरू किया और अंततः सफल रहीं।
बॉलिवुड में भी आजमा चुकी हैं किस्मत
सिविल सेवाओं में अपनी उपलब्धियों के अलावा सिमाला प्रसाद ने बॉलीवुड के क्षेत्र में भी कदम रखा है, जिसमें उन्होंने “अलिफ़” (2017) और “नक्काश” (2019) जैसी उल्लेखनीय फिल्मों में अभिनय किया है। “अलिफ़” में उन्होंने शम्मी का किरदार निभाया, जबकि “नक्काश” में उन्होंने एक पत्रकार की भूमिका निभाई। सिमाला के इंस्टाग्राम पर काफी फॉलोअर्स भी हैं।