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    गांवों के लिए वरदान बनेगा ‘स्टारलिंक’: एलन मस्क ने बताया कैसे करेगा काम

    एलन मस्क की कंपनी स्टारलिंक (Starlink) जल्द ही भारत के दूर-दराज के गांवों में सुपरफास्ट इंटरनेट कनेक्टिविटी पहुंचाने की तैयारी में है। हाल ही में एक पॉडकास्ट में एलन मस्क ने इस सैटेलाइट इंटरनेट सेवा के तकनीकी पहलू और गांवों के लिए इसकी उपयोगिता को विस्तार से समझाया।

    शहरों के लिए सेल टॉवर, गांवों के लिए सैटेलाइट

    मस्क ने स्पष्ट किया कि स्टारलिंक का मुख्य उद्देश्य दूर-दराज के इलाकों में इंटरनेट पहुंचाना है, जहां फाइबर केबल बिछाना या हाई-बैंडविड्थ सेलुलर टॉवर लगाना अत्यधिक महंगा और मुश्किल होता है। उन्होंने कहा कि शहरों में, हर एक किलोमीटर पर सेल टॉवर होते हैं, जो करीब होने के कारण तेज और कुशल इंटरनेट देते हैं। गांवों में, जहाँ आबादी कम और बिखरी हुई होती है, वहाँ इंटरनेट सबसे खराब होता है क्योंकि यहाँ टॉवर या फाइबर का जाल बिछाना आर्थिक रूप से व्यवहार्य नहीं होता। स्टारलिंक, मौजूदा टेलीकॉम कंपनियों से मुकाबला नहीं, बल्कि दूरस्थ क्षेत्रों में उनकी मदद करेगी।

    स्टारलिंक की तकनीकी खासियत: लो-अर्थ ऑर्बिट (LEO)

    स्टारलिंक की सुपरफास्ट स्पीड और कम लेटेंसी (जवाब देने में कम समय) के पीछे इसकी खास तकनीक है:

    1. पृथ्वी के करीब: स्टारलिंक के सैटेलाइट, पारंपरिक सैटेलाइट (जो लगभग $36,000\text{ किमी}$ दूर होते हैं) की तुलना में पृथ्वी से सिर्फ $550\text{ किमी}$ की कम ऊंचाई (Low Earth Orbit – LEO) पर चक्कर लगाते हैं।
    2. तेज स्पीड और कम लेटेंसी: इस कम दूरी के कारण इंटरनेट बहुत तेज चलता है और डेटा को जाने-आने में देरी (Latency) बहुत कम होती है, जो वीडियो कॉल और ऑनलाइन गेमिंग के लिए महत्वपूर्ण है।
    3. लेजर मेश कनेक्टिविटी: स्टारलिंक के सैटेलाइट आपस में लेजर किरणों से जुड़े होते हैं, जो एक “लेजर मेश” नेटवर्क बनाते हैं। इसका मतलब है कि अगर समुद्र में कोई फाइबर केबल कट जाए या जमीन का नेटवर्क खराब हो जाए, तब भी सैटेलाइट एक-दूसरे से कम्युनिकेट करके बिना रुके कनेक्टिविटी देते रहते हैं।

    आपदा में भी इंटरनेट की सुविधा

    मस्क ने बताया कि बाढ़, भूकंप या आग जैसी प्राकृतिक आपदाओं में जब जमीन पर लगे टावर और केबल खराब हो जाते हैं, तब भी स्टारलिंक के सैटेलाइट आसमान में सुरक्षित रहते हैं और कनेक्टिविटी जारी रखते हैं। ऐसे समय में, कंपनी अक्सर मुफ्त इंटरनेट सेवा भी प्रदान करती है, ताकि लोग मदद प्राप्त कर सकें।

    स्टारलिंक की LEO सैटेलाइट तकनीक और लेजर मेश प्रणाली इसे भारतीय गांवों और दुर्गम क्षेत्रों के लिए एक बेहतरीन कनेक्टिविटी समाधान बनाती है, जहाँ पारंपरिक नेटवर्क पहुंचना मुश्किल है।

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