पाकिस्तान की राजनीति में एक बार फिर बड़ा उलटफेर होने की अटकलें तेज हो गई हैं। मीडिया रिपोर्ट्स और राजनीतिक गलियारों में चल रही चर्चाओं के अनुसार, मौजूदा सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर देश के अगले राष्ट्रपति बन सकते हैं, जिसके लिए वर्तमान राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी का तख्तापलट किया जा सकता है। इन खबरों ने पाकिस्तान में लोकतंत्र के भविष्य को लेकर नई चिंताएं बढ़ा दी हैं।
एक पाकिस्तानी पत्रकार की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि जनरल मुनीर आसिफ अली जरदारी को राष्ट्रपति पद से हटाने के लिए पर्दे के पीछे से चालें चल रहे हैं। यह भी कहा जा रहा है कि इस बदलाव के लिए देश के संविधान में भी संशोधन की तैयारी की जा रही है, ताकि सेना प्रमुख को राष्ट्रपति पद पर स्थापित करने का रास्ता साफ हो सके।
हाल ही में, राष्ट्रपति जरदारी के बेटे बिलावल भुट्टो ने सार्वजनिक रूप से जनरल असीम मुनीर की आलोचना की थी, जिसने इन अटकलों को और हवा दे दी है। बिलावल की यह टिप्पणी पाकिस्तानी सियासत में सेना के बढ़ते प्रभाव और संभावित सैन्य हस्तक्षेप के प्रति उनके डर और गुस्से को दर्शाती है।
यह सवाल भी उठ रहा है कि क्या जनरल मुनीर सिर्फ जरदारी को हटाकर राष्ट्रपति बनेंगे, या फिर प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की कुर्सी पर भी खतरा मंडरा रहा है। पाकिस्तान के इतिहास में सैन्य प्रमुखों द्वारा सरकारों का तख्तापलट आम बात रही है, और ऐसे में कई विश्लेषक मान रहे हैं कि मुनीर भी उसी दिशा में बढ़ रहे हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि जुलाई का महीना पाकिस्तान के राजनीतिक इतिहास में कई अहम मोड़ लेकर आया है। पूर्व में जिया उल हक ने भी जुलाई में ही इस्लामाबाद की सत्ता पर कब्जा किया था। ऐसे में मौजूदा हालात पाकिस्तान में एक बार फिर सैन्य तानाशाही की आशंकाओं को जन्म दे रहे हैं, जिससे लोकतंत्र समर्थक बेचैन हैं। यह देखना होगा कि आने वाले दिनों में पाकिस्तान की राजनीति किस करवट बैठती है।