अजय देवगन स्टारर ‘सन ऑफ सरदार 2’ आखिरकार सिनेमाघरों में दस्तक दे चुकी है। अगर आप बिना ज्यादा दिमाग लगाए हंसना चाहते हैं, तो यह फिल्म आपके लिए एक मजेदार मनोरंजन साबित हो सकती है। फिल्म का प्लॉट भले ही बिखरा हुआ और थोड़ा ‘खिचड़ी’ जैसा लगे, लेकिन इसमें हंसी-मजाक की कोई कमी नहीं है।
कहानी और किरदार:
फिल्म की कहानी एक बार फिर जसविंदर ‘जस्सी’ सिंह रंधावा (अजय देवगन) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपनी पत्नी से सुलह करने लंदन जाता है, लेकिन वहां वह एक पाकिस्तानी लड़की (मृणाल ठाकुर) के चक्कर में फंस जाता है। इस दौरान उसे एक पंजाबी परिवार को खुश करने के लिए ‘झूठा फौजी पिता’ बनना पड़ता है।
फिल्म में अजय देवगन अपने ‘देसी स्वैग’ और कॉमिक टाइमिंग से दर्शकों को हंसाने में कामयाब रहते हैं। मृणाल ठाकुर ने भी अपने किरदार को सहजता से निभाया है। लेकिन, फिल्म में सबसे ज्यादा ध्यान खींचने वाला और दर्शकों को हंसा-हंसाकर लोटपोट करने वाला किरदार है ‘एक बिहारी’ रवि किशन का। रवि किशन ने अपने चिर-परिचित बिहारी अंदाज और एक सिख सरदार के स्वैग का शानदार मेल दिखाया है, जो हर फ्रेम में जान डाल देता है। उनके संवाद और अभिनय पर दर्शक सीटी बजाने पर मजबूर हो जाते हैं।
फिल्म का रिव्यू:
निर्देशक विजय कुमार अरोड़ा ने फिल्म को पंजाबी फिल्मों जैसा ट्रीटमेंट दिया है। अगर आप एक ‘ब्रेनलेस’ कॉमेडी फिल्म की तलाश में हैं, जो आपको कुछ देर के लिए हंसाए, तो यह फिल्म आपके लिए है। हालांकि, अगर आप एक मजबूत कहानी और लॉजिक ढूंढ रहे हैं, तो शायद यह फिल्म आपको निराश कर सकती है। कुल मिलाकर, ‘सन ऑफ सरदार 2’ एक फैमिली एंटरटेनर है जो आपको हंसने का मौका जरूर देगी।


