बिहार के सीएम नीतीश कुमार के पाला बदलकर एनडीए में शामिल होने पर कोई तंज कस रहा है तो कोई सही ठहरा रहा है। संतों से लेकर विपक्षी दलों की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। जानें किसने क्या कहा।
जो कुछ भी हो रहा है अच्छा है : रामभद्राचार्य
जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा कि जो कुछ भी हो रहा है, वह अच्छा है। राजनीति में तो ये सब होता रहता है। नीतीश कुमार को वहां सम्मान नहीं मिल रहा था। रामभद्राचार्य ने कहा कि जब रावण का भाई विभीषण राम के शरण में आ सकता है तो नीतीश कुमार के आने में क्या अंतर पड़ता है।
अब इंडिया गठबंधन जैसी कोई चीज बची : आचार्य प्रमोद कृष्णम
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि कैप्टन ही इंडिया गठबंधन को छोडक़र चला गया, तो ये हमारे लिए बहुत दुख:द है। हमें इसका चिंतन करना चाहिए कि इस प्रकार की नौबत क्यों आई? उन नेताओं के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए जो इंडिया गठबंधन में समन्वय कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ऐसा क्या मोड़ आया कि नीतीश कुमार जैसा व्यक्ति जो इंडिया गठबंधन का प्रमुख चेहरा था वे हमें छोडक़र चला गया? यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। मुझे नहीं लगता कि अब इंडिया गठबंधन जैसी कोई चीज बची है।
देश के लोग राजनीति में भरोसा करना छोड़ देंगे : राशिद अल्वी
कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा कि नीतीश कुमार ने देश के लोगों को राजनीति की नई परिभाषा बताई है। जो कुछ बिहार में हो रहा है, उससे देश के लोग राजनीति में भरोसा करना ही छोड़ देंगे। देश के लोगों का राजनीतिक दलों पर कोई भरोसा नहीं रहेगा। वे कोई भी बात करें, कोई भी वादा करें, उनके वादों का कोई मतलब नहीं रह जाएगा।
कोई बोला विभीषण तो किसी ने कहा कैप्टन.. नीतीश कुमार की हर ओर चर्चा
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