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    कुछ जयचंद-प्रवृत्ति के लोग.. रोहिणी आचार्य मामले में भड़के तेज प्रताप यादव

    जनशक्ति जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने अपनी बहन रोहिणी आचार्य के साथ कथित दुर्व्यवहार और अपने माता-पिता पर बनाए जा रहे दबाव को लेकर एक कड़ा बयान जारी किया है। उन्होंने अपनी पार्टी के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट से पोस्ट करते हुए कुछ लोगों पर घर और पार्टी को तोड़ने का गंभीर आरोप लगाया है।

    ‘जयचंद-प्रवृत्ति’ के लोगों पर गंभीर आरोप

    तेज प्रताप यादव ने कहा कि सोशल मीडिया पर चल रही खबरों ने उनके दिल को चीर कर रख दिया है। उन्होंने सीधे तौर पर कुछ लोगों को ‘जयचंद-प्रवृत्ति’ का बताते हुए आरोप लगाया: “बताया जा रहा है कि कुछ जयचंद-प्रवृत्ति के लोग मेरे पूजनीय माता–पिता माननीय श्री लालू प्रसाद जी और मेरी माता जी को मानसिक और शारीरिक दबाव में रखने की नापाक कोशिश कर रहे हैं। अगर इनमें ज़रा भी सच्चाई है, तो यह सिर्फ़ मेरे परिवार पर हमला नहीं… पूरी RJD की आत्मा पर सीधा वार है।”

    टिकट बँटवारे में लूट और लालच का दावा

    तेज प्रताप ने पार्टी के भीतर टिकट वितरण में अनियमितताओं और भ्रष्टाचार को घर और दल टूटने का मुख्य कारण बताया।

    • आरोप: “टिकट वितरण में अनियमितताएँ, पैसे लेकर टिकट बाँटना, और चाटुकारों की मिलीजुली राजनीति, इन सबने वर्षों से RJD को खड़ा करने वाले उन स्तंभों को नज़रअंदाज़ किया जिन्होंने दिन-रात पार्टी के लिए ख़ुद को खपा दिया।”
    • परिणाम: उन्होंने कहा कि आज वही ‘जयचंद’ लालच और चापलूसी के दम पर घर और संगठन दोनों का सत्यानाश कर रहे हैं।

    🚨 प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से तत्काल जाँच की माँग

    तेज प्रताप यादव ने मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से हस्तक्षेप की मांग की है।

    • निवेदन: उन्होंने कहा कि इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष, सख़्त और तत्काल जाँच कराई जाए।
    • सख्त कार्रवाई की माँग: “मेरे माता–पिता को यदि किसी भी रूप में मानसिक या शारीरिक प्रताड़ना दी गई है, तो जिम्मेदार लोगों पर सबसे कड़ी कार्रवाई की जाए।” उन्होंने पिता लालू प्रसाद यादव के अस्वस्थ होने का हवाला देते हुए कहा कि वह ऐसा दबाव सहन नहीं कर सकते।
    • FIR की माँग: उन्होंने अपनी बहन, माता और पिता के साथ बदसलूकी, धक्का-मुक्की, गाली-गलौज या प्रताड़ना के लिए संजय यादव, रमीज़ नेमत खान (रामित/रमीज़) और प्रीतम यादव जैसे नामों पर तुरंत FIR दर्ज कर उन्हें सलाखों के पीछे भेजने की माँग की।

    तेज प्रताप ने इस मामले को सिर्फ़ एक परिवार का नहीं, बल्कि “बिहार की संस्कृति, सम्मान और मर्यादा” का सवाल बताया और कहा कि जनता सच्चाई के साथ खड़ी है।

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