भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी से पहले भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने कहा कि पहली और सबसे बड़ी चुनौती निश्चित रूप से परिस्थितियां हैं। जब आप भारत में खेलते हैं तब ऑस्ट्रेलिया की तुलना में परिस्थितियां पूरी तरह से अलग होती हैं। मुझे लगता है कि अगर हम सीरीज शुरू होने से पहले 10 दिन अच्छी तैयारी कर पाते हैं तो हम अच्छी स्थिति में होंगे। गंभीर ने कहा कि हमारे पास कई अनुभवी खिलाड़ी हैं जो कई बार ऑस्ट्रेलिया जा चुके हैं। उनका अनुभव युवा खिलाडिय़ों के काम आएगा। गंभीर ने कहा कि ये 10 दिन बहुत महत्वपूर्ण होने वाले हैं। 22 तारीख की सुबह हमें पूरी तरह से तैयार रहना चाहिए और पहली गेंद से ही धमाकेदार शुरुआत करनी चाहिए।
आलोचना स्वीकार करते हैं
न्यूजीलैंड के साथ सीरीज में टीम इंडिया के प्रदर्शन पर भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने कहा कि हमें जो आलोचना मिल रही है, हम उसे स्वीकार करते हैं। हम आगे बढ़ते रहते हैं, और हर दिन बेहतर होते रहते हैं। मुझे पता है हमने अपना सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट नहीं खेला, लेकिन इससे कुछ भी नहीं बदलता। ऑस्ट्रेलिया एक नई सीरीज और एक नया प्रतिद्वंद्वी है। हम यह सोचकर मैदान पर उतरते हैं कि हम निश्चित रूप से उस सीरीज को जीतने की कोशिश करेंगे।
हार के बाद खुद को साबित करने का दबाव
न्यूजीलैंड के विरुद्ध घरेलू सीरीज में क्लीन स्वीप से भारतीय टीम दबाव में है। कोच गौतम गंभीर को पहली टेस्ट सीरीज में इस तरह से हार का कभी अनुमान भी नहीं रहा होगा। ऐसे में टीम इंडिया की काफी आलोचना हुई। अब ऑस्ट्रेलिया दौरे में गौतम गंभीर को खुद को साबित करने का दबाव होगा। अगर वे ऐसा नहीं कर पाए तो बीसीसीआई अलग-अलग फार्मेट में कोच रखने के विकल्प पर भी विचार कर रहा है।