पुलवामा हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच हुए हवाई संघर्ष को लेकर अमेरिकी सैन्य विशेषज्ञ जॉन स्पेंसर ने विदेशी मीडिया की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि पश्चिमी मीडिया ने भारत के एक विमान के गिरने पर तो खूब रिपोर्टिंग की, लेकिन भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान के 11 एयरबेस और महत्वपूर्ण सैन्य ठिकानों को तबाह करने की खबर को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया।
हडसन इंस्टीट्यूट में सेंटर फॉर डिफेंस स्ट्रेटजीज के चेयरमैन और अमेरिका के पूर्व असिस्टेंट सेक्रेटरी ऑफ डिफेंस जॉन स्पेंसर ने एक विदेशी अखबार में प्रकाशित अपने लेख में इस मुद्दे को उठाया है। उन्होंने कहा कि भारत के ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के 11 एयरबेस, सर्विलांस एयरक्राफ्ट, रडार और एयर डिफेंस सिस्टम को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया था, लेकिन इस बारे में कोई बात नहीं कर रहा है।
स्पेंसर ने कहा, “यह अजीब है कि पश्चिमी मीडिया सिर्फ इस बात पर ध्यान केंद्रित कर रही है कि भारत का एक विमान कैसे गिरा, जबकि भारतीय वायुसेना ने दुश्मन के इतने बड़े सैन्य बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचाया, उस पर कोई बात नहीं हो रही है।” उन्होंने कहा कि यह रिपोर्टिंग का दोहरा मापदंड है और यह भारत की सैन्य क्षमताओं को कम आंकने की कोशिश है।
स्पेंसर ने आगे कहा कि भारतीय वायुसेना ने अपने मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया और पाकिस्तान की सैन्य क्षमता को भारी नुकसान पहुंचाया, लेकिन विदेशी मीडिया इस तथ्य को जानबूझकर नजरअंदाज कर रही है। उन्होंने कहा कि यह मीडिया का पूर्वाग्रह दिखाता है, जो पूरी तरह से गलत है।
स्पेंसर ने आगे कहा कि भारत की एकतरफा जीत के बावजूद कुछ अंतरराष्ट्रीय मीडिया संस्थानों ने पाकिस्तान की तरफ से सिर्फ एक विमान को गिराने की घटना को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया, जबकि भारत की रणनीतिक जीत—जिसमें आतंकवाद के खिलाफ ठोस कार्रवाई और पाकिस्तान की हवाई संरचना को पंगु बनाना शामिल है, उसे कम कवरेज दी गई।