उत्तरी भारत में एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के प्रभाव से मौसम ने अचानक करवट ली है, जिसके कारण पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों तक ठिठुरन बढ़ गई है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊंचे इलाकों में हल्की से मध्यम बर्फबारी और बारिश का अनुमान है। यह बर्फबारी 8 दिसंबर तक जारी रह सकती है, जिससे तापमान में और गिरावट आएगी। पहाड़ों से आने वाली ठंडी हवाओं के कारण मैदानी इलाकों में शीतलहर जैसे हालात पैदा हो रहे हैं।
मैदानी इलाकों में पारा और शीतलहर
- उत्तर भारत के कई राज्यों में न्यूनतम तापमान तेजी से गिरा है, जिससे कड़ाके की ठंड महसूस हो रही है।
- पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, और राजस्थान के कुछ इलाकों में न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया है।
- पूर्वी राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में भी तापमान काफी नीचे जाने का अनुमान है।
- मौसम विभाग (IMD) ने 6 और 7 दिसंबर को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और पूर्वी राजस्थान में शीतलहर का असर जारी रहने की चेतावनी दी है।
दिल्ली-एनसीआर का हाल
- दिल्ली-एनसीआर में सर्द उत्तर-पश्चिमी हवाओं का डेरा है, जिसने ठंड का एहसास बढ़ा दिया है।
- न्यूनतम तापमान सामान्य से 3-4°C कम दर्ज किया जा रहा है, जिससे सुबह और रात की ठिठुरन काफी बढ़ गई है।
- दिल्ली में 6 दिसंबर को न्यूनतम तापमान 7°C तक जा सकता है, और 8-11 दिसंबर के बीच यह और गिरकर 6°C तक पहुंचने की संभावना है।
- हालांकि, दिल्ली-एनसीआर में फिलहाल बारिश का कोई अनुमान नहीं है। इसके बावजूद, हवा की रफ्तार तेज होने के कारण ‘चिल फैक्टर’ (ठंड का असर) बना रहेगा।
कोहरे की चेतावनी
उत्तर भारत की पहाड़ियों के साथ-साथ पूर्वोत्तर के राज्यों में घने कोहरे की संभावना है:
- असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के कुछ हिस्सों में 6 से 10 दिसंबर के बीच घना कोहरा छा सकता है।
- हिमाचल प्रदेश और ओडिशा में भी सुबह के समय विजिबिलिटी काफी कम रहने की संभावना है।
- यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे मौसम संबंधी नवीनतम जानकारी के साथ अपनी यात्रा की योजना बनाएं।


