पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी अमेठी लोकसभा सीट पर अपनी हार के कारणों का खुलासा किया है और साथ ही अपने राजनीतिक भविष्य पर भी बात की है। उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में अमेठी में उनकी हार के पीछे कई वजहें थीं, जिनमें स्थानीय स्तर पर कुछ कमियां और संगठनात्मक मुद्दों का होना प्रमुख था। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट रूप से किसी एक कारण को जिम्मेदार नहीं ठहराया।
हार के बाद उनके राजनीति से संन्यास लेने की अटकलों पर विराम लगाते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि उनका फिलहाल ऐसा कोई इरादा नहीं है। उन्होंने दृढ़ता से कहा कि वह 2026 में भी चुनाव लड़ सकती हैं। यह बयान उनके समर्थकों के लिए एक बड़ा संकेत है कि वह सक्रिय राजनीति में बनी रहेंगी।
स्मृति ईरानी 2014 से लगातार अमेठी में कांग्रेस के गढ़ में सेंध लगाने की कोशिश कर रही थीं। 2019 में उन्होंने राहुल गांधी को हराकर एक ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी, लेकिन 2024 में उन्हें एक बार फिर हार का सामना करना पड़ा। उनकी हार को भारतीय जनता पार्टी के लिए एक झटका माना जा रहा है, खासकर तब जब उन्होंने पिछली बार इस सीट पर जीत हासिल की थी।
उन्होंने यह भी संकेत दिया कि वह अपनी हार का विस्तृत विश्लेषण करेंगी और भविष्य की रणनीति तैयार करेंगी। स्मृति ईरानी का यह बयान उनके राजनीतिक करियर के अगले चरण की ओर इशारा करता है, जहां वह अपनी हार से सीख लेकर और मजबूत वापसी करने की कोशिश करेंगी।