भारत-सिंगापुर राजनयिक संबंधों की 60वीं वर्षगांठ के अवसर पर सिंगापुर के राष्ट्रपति थर्मन शानमुगरत्नम अपनी पहली राजकीय यात्रा पर नई दिल्ली पहुंचे हैं। राष्ट्रपति थर्मन का राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने औपचारिक स्वागत किया। अपनी यात्रा के दौरान राष्ट्रपति थर्मन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ चर्चा करेंगे। राष्ट्रपति उनके सम्मान में भोज का आयोजन भी करेंगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सिंगापुर के राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर और कई अन्य भारतीय गणमान्य व्यक्ति भी थर्मन से मुलाकात करेंगे। राष्ट्रपति थर्मन 17-18 जनवरी 2025 को ओडिशा का भी दौरा करने वाले हैं।
सिंगापुर और भारत की है स्वाभाविक साझेदारी
सिंगापुर के राष्ट्रपति थरमन शानमुगरत्नम ने कहा कि हम कभी नहीं भूल सकते कि भारत 1965 में सिंगापुर की स्वतंत्रता को मान्यता देने वाले पहले कुछ देशों में से एक था। तब से हमारे रिश्ते बहुत आगे बढ़ गए हैं। यह एक छोटे देश सिंगापुर और एक बहुत बड़े देश भारत के बीच एक स्वाभाविक साझेदारी है। उन्होंने कहा कि हमारे व्यापारिक रिश्ते फल-फूल रहे हैं। सिंगापुर कई सालों से भारत में सबसे बड़ा निवेशक रहा है। हमारे रक्षा संबंध मजबूत हैं। हाल के वर्षों में कौशल विकास में हमारा रिश्ता बहुत सक्रिय रहा है और यह लगातार बढ़ रहा है। थरमन ने कहा कि अब हम भारत के साथ एक नए रास्ते पर हैं। हमारे संबंधों को एक व्यापक रणनीतिक साझेदारी में अपग्रेड किया गया है, जिसकी घोषणा पिछले साल सितंबर में प्रधानमंत्री मोदी की सिंगापुर की पिछली यात्रा के दौरान की गई थी।