भारतीय क्रिकेट में एक नए युग की शुरुआत हो गई है। युवा सनसनी शुभमन गिल को भारतीय टेस्ट टीम का नया कप्तान नियुक्त किया गया है, जो हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने वाले रोहित शर्मा की शानदार विरासत को आगे बढ़ाएंगे। इस खबर ने क्रिकेट प्रेमियों के बीच उत्साह पैदा कर दिया है, खासकर तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को दरकिनार किए जाने के बाद, जिन्हें कई लोग अगला टेस्ट कप्तान मान रहे थे।
शुभमन गिल कप्तान क्यों?
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस फैसले की घोषणा की। चयन समिति के प्रमुख अजीत अगरकर ने शुभमन गिल पर भरोसा जताते हुए कहा कि वह इंग्लैंड दौरे पर पांच मैचों की टेस्ट सीरीज से कप्तानी की बागडोर संभालेंगे, जिसकी शुरुआत 20 जून से लीड्स में होगी। गिल की उम्र महज 25 साल है और उन्होंने अब तक 32 टेस्ट मैचों में 35.05 की औसत से 1,893 रन बनाए हैं, जिसमें 5 शतक और 7 अर्धशतक शामिल हैं। गिल के चयन के पीछे उनकी युवावस्था, लगातार प्रदर्शन और भविष्य के लिए एक दीर्घकालिक नेतृत्व विकल्प तैयार करने की सोच है। वह पहले भी भारत के लिए टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में कप्तानी कर चुके हैं, जहां उनका रिकॉर्ड सफल रहा है।
बुमराह क्यों नहीं?
जसप्रीत बुमराह, जो पहले टेस्ट कप्तानी के प्रबल दावेदार माने जा रहे थे, वर्कलोड मैनेजमेंट और चोटों की चिंताओं के कारण इस रेस से बाहर हो गए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बुमराह ने BCCI को बताया है कि उनका शरीर पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का पूरा बोझ नहीं झेल सकता। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर सभी पांच टेस्ट खेलने के बाद उन्हें पीठ में सूजन की समस्या हुई थी, जिसके लिए 2023 में सर्जरी भी करानी पड़ी थी। चयनकर्ताओं को ऐसे कप्तान की जरूरत है जो पूरी सीरीज के लिए उपलब्ध हो और टीम को निरंतर नेतृत्व प्रदान कर सके, और यहीं पर बुमराह की फिटनेस एक बाधा बन गई।
उप-कप्तान और टीम का नया स्वरूप:
विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत को टेस्ट टीम का नया उप-कप्तान चुना गया है। रोहित शर्मा और विराट कोहली (जिन्होंने भी टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है) के संन्यास के बाद, भारतीय टीम इंग्लैंड दौरे पर नए चेहरों और एक नई ऊर्जा के साथ मैदान में उतरेगी। टीम में कुछ अनुभवी खिलाड़ियों जैसे केएल राहुल, रवींद्र जडेजा, मोहम्मद सिराज और जसप्रीत बुमराह (जो सभी पांच टेस्ट नहीं खेलेंगे) के साथ युवा खिलाड़ियों को भी मौका दिया गया है। गिल का टेस्ट कप्तान बनना भारतीय क्रिकेट के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव का प्रतीक है, जो भविष्य की ओर एक कदम है।