मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय शिवराज सिंह चौहान से जुड़ा एक दिलचस्प वाकया गुजरात के जूनागढ़ दौरे पर सामने आया, जब वे अपनी धर्मपत्नी साधना सिंह को साथ ले जाना भूल गए और अकेले ही 22 गाड़ियों के काफिले के साथ निकल पड़े। हालांकि, कुछ दूर जाने पर उन्हें अपनी भूल का एहसास हुआ और उन्होंने तत्काल पूरा काफिला वापस मोड़ दिया।
यह घटना तब की है जब शिवराज सिंह चौहान एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गुजरात पहुंचे थे। कार्यक्रम के समापन के बाद वे अपनी गाड़ी में बैठे और काफिला राजकोट की ओर रवाना हो गया। बताया जा रहा है कि शिवराज सिंह चौहान को इसी दौरान वे अपनी पत्नी साधना सिंह को साथ लेना भूल गए, जो रेस्ट हाउस में थीं।
काफिला करीब 15-20 किलोमीटर आगे निकल चुका था जब शिवराज सिंह चौहान को अचानक याद आया कि साधना सिंह उनके साथ नहीं हैं। उन्होंने तत्काल अपने सुरक्षाकर्मियों और प्रोटोकॉल टीम को सूचित किया। बिना किसी देरी के, शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर पूरे 22 गाड़ियों के काफिले को वापस कार्यक्रम स्थल की ओर मोड़ा गया।
जब काफिला वापस पहुंचा, तो साधना सिंह मौजूद थीं और शायद उन्हें भी इस बात का अंदाजा नहीं था कि काफिला उन्हें छोड़कर निकल गया था। शिवराज सिंह चौहान गाड़ी से उतरे और मुस्कराते हुए साधना सिंह से मिले। इस दौरान वहां मौजूद लोग भी इस पूरे घटनाक्रम को देखकर हंसे बिना नहीं रह सके।
इस घटना ने एक बार फिर शिवराज सिंह चौहान के सहज और सरल स्वभाव को उजागर किया है। यह पहली बार नहीं है जब शिवराज सिंह चौहान के साथ इस तरह का वाकया पेश आया हो। पूर्व में भी मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहते हुए वे अपनी पत्नी को दौरे पर भूलने जैसी घटनाओं को लेकर सुर्खियों में रहे हैं। हालांकि, हर बार उनकी यह भूल उनके पारिवारिक स्नेह और सादगी को ही दर्शाती है।