उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने 15 अगस्त को मीट बैन के आदेश पर महाराष्ट्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त कोई धार्मिक त्योहार नहीं, बल्कि देश का स्वतंत्रता दिवस है। राउत ने इस आदेश के लिए महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर बड़ा आरोप लगाया है।
फडणवीस पर लगाया बड़ा आरोप
संजय राउत ने कहा कि “शिवाजी महाराज चावल-घी खाकर युद्ध नहीं लड़ते थे, वे मांसाहारी भोजन करते थे।” उन्होंने आगे कहा कि “क्या फडणवीस में हिम्मत है कि वे गुजरात में जाकर मीट पर प्रतिबंध लगाएं?” राउत ने यह भी कहा कि “यह आजादी हमें प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह या देवेंद्र फडणवीस की वजह से नहीं मिली है।”
मीट बैन का विरोध
संजय राउत का यह बयान महाराष्ट्र सरकार के उस आदेश के बाद आया है, जिसमें 15 अगस्त के दिन मीट की बिक्री पर प्रतिबंध लगाया गया है। कल्याण-डोंबिवली महानगर पालिका द्वारा मीट बैन का आदेश का विरोध करते हुए कहा कि यह राजनीतिक तुष्टिकरण का एक हिस्सा है और महाराष्ट्र सरकार सिर्फ एक समुदाय को खुश करने के लिए ऐसा कर रही है।
राजनीतिक विवाद
संजय राउत के इस बयान के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में एक नया विवाद खड़ा हो गया है। बीजेपी ने राउत के बयान को शिवाजी महाराज का अपमान बताया है, जबकि उद्धव ठाकरे गुट ने इसे धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला करार दिया है। इस मुद्दे पर दोनों पक्षों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है।