पंजाब में कभी भाजपा का सहयोगी रहा शिरोमणि अकाली दल हरियाणा में चुनाव नहीं लड़ेगा। शिअद ने घोषणा की है कि वह पंजाब पर ही फोकस करेगा। हालांकि लोकसभा में वह हरियाणा में इंडियन नेशनल लोकदल के उम्मीदवारों का समर्थन करेगा। चंडीगढ़ पार्टी कार्यालय में हुई मीटिंग के बाद यह ऐलान किया गया। बैठक में आईएनएलडी के महासचिव अभय चौटाला भी शामिल हुए और उन्होंने शिअद की हरियाणा इकाई को धन्यवाद दिया।
भाजपा को नहीं पड़ेगा ज्यादा फर्क
हरियाणा में वैसे तो मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस में है, लेकिन यहां आईएनएलडी और जेजेपी भी चुनाव मैदान में हैं। ऐसे में ये दोनों पार्टियां किसी का भी खेल बिगाड़ सकती हैं। यही वजह है कि भाजपा ने मौके को पहले ही भांप लिया और जेजेपी से गठबंधन खत्म कर अकेले चुनाव मैदान में कूद गई। अगर दोनों पार्टियों ने कांग्रेस के वोटबैंक में सेंध लगाई तो बीजेपी को फायदा होगा। भाजपा ने यहां सभी 10 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है।