उत्तर भारत से लेकर पूर्वी भारत तक अब सर्दी का सितम शुरू हो चुका है। पहाड़ी राज्यों जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे पहुँच गया है, जिससे मैदानी इलाकों में भी बर्फीली हवाओं का प्रकोप बढ़ गया है। मौसम विभाग (IMD) ने अगले कुछ दिनों तक तापमान में और गिरावट आने का पूर्वानुमान जताया है।
कश्मीर-हिमाचल में भीषण ठंड
- हिमाचल प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों और कश्मीर घाटी के कई स्थानों पर न्यूनतम तापमान 0°C से नीचे बना हुआ है। श्रीनगर में न्यूनतम तापमान $-1.9°C$ और पहलगाम में $-3.8°C$ तक दर्ज किया गया है।
- पहाड़ों पर हुई ताजा बर्फबारी और पश्चिमी विक्षोभ के चलते उत्तर की ओर से आ रही सूखी और ठंडी हवाएं इस कड़ाके की ठंड का मुख्य कारण हैं।
- अगले 2-3 दिनों में बर्फीली हवाओं के कारण ठंड का ग्राफ और बढ़ने की आशंका है।
मैदानी और पूर्वी राज्यों में शीतलहर का असर
- उत्तरी और मध्य भारत: दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में शीतलहर का असर दिखाई दे रहा है।
- दिल्ली: सुबह के समय हल्का कोहरा और न्यूनतम तापमान 10°C तक रहने का अनुमान है।
- उत्तर प्रदेश: न्यूनतम तापमान सामान्य से कई डिग्री नीचे है, और कई जिलों में सुबह के समय शीतलहर चल सकती है।
- पूर्वी भारत: झारखंड, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ में भी तापमान में गिरावट दर्ज की गई है।
- झारखंड: 17 नवंबर तक शीतलहर का यलो अलर्ट जारी किया गया है।
- बिहार: राज्य में तापमान 2 से 3°C तक गिरेगा, खासकर सीमांचल और मिथिलांचल के जिलों में शीत लहर की संभावना है।
मौसम विभाग की चेतावनी
IMD के अनुसार, मध्य भारत, पूर्वी भारत और उत्तर-पश्चिम भारत में अगले 2-3 दिनों तक न्यूनतम तापमान नीचे बना रहेगा। लोगों को ठंड से बचाव के आवश्यक उपाय अपनाने और किसानों को अपनी फसलों का ध्यान रखने की सलाह दी गई है।


