सत्यनारायण नंदलाल नुवाल की कहानी किसी फिल्मी पटकथा जैसी लगती है, जिसमें एक किशोर उम्र का लड़का खाली जेब लेकर घर से निकलता है और अपनी मेहनत के दम पर दुनिया का ‘विस्फोटक किंग’ बन जाता है। आज उनकी कंपनी, सोलर इंडस्ट्रीज इंडिया लिमिटेड, का बाजार पूंजीकरण ₹90,000 करोड़ से अधिक है और उनका कारोबार 90 से ज्यादा देशों में फैला हुआ है।
यहाँ उनके फर्श से अर्श तक पहुँचने के सफर के मुख्य पड़ाव दिए गए हैं:
शुरुआती संघर्ष: 10वीं पास और 19 साल में शादी
राजस्थान के भीलवाड़ा में एक साधारण परिवार में जन्मे सत्यनारायण नुवाल का मन पढ़ाई से ज्यादा बिजनेस में रमता था। आर्थिक तंगी और पढ़ाई में कम रुचि के कारण उन्होंने 10वीं के बाद पढ़ाई छोड़ दी।
- विफल प्रयास: मात्र 18 साल की उम्र में उन्होंने फाउंटेन पेन की स्याही बनाने का काम शुरू किया, लेकिन वह फ्लॉप रहा। इसके बाद उन्होंने लीजिंग और ट्रांसपोर्ट के काम में हाथ आजमाया, पर वहां भी नाकामी हाथ लगी।
- रेलवे स्टेशन पर बसेरा: 19 साल की उम्र में शादी के बाद जिम्मेदारियां बढ़ीं तो वे महाराष्ट्र के चंद्रपुर चले गए। वहां उनके पास न रहने को घर था और न जेब में पैसे। उन्होंने कई रातें रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर सोकर गुजारीं।
किस्मत का मोड़: एक मुलाकात ने बदली जिंदगी
चंद्रपुर में उनकी मुलाकात एक विस्फोटक डीलर, अब्दुल सत्तार अल्लाहभाई से हुई। उनके पास विस्फोटकों का लाइसेंस था, लेकिन वे उसे सक्रिय रूप से नहीं चला रहे थे। नुवाल ने उनसे ₹1000 प्रति माह पर वह लाइसेंस और गोदाम (मैगजीन) किराए पर ले लिया। यहीं से उनकी किस्मत चमकनी शुरू हुई।
सोलर इंडस्ट्रीज की स्थापना और सफलता
1995 में नुवाल ने खुद की निर्माण इकाई लगाने का फैसला किया:
- पहला लोन: उन्होंने एसबीआई (SBI) से ₹60 लाख का लोन लिया और नागपुर के पास विस्फोटक बनाने की छोटी यूनिट ‘सोलर इंडस्ट्रीज’ शुरू की।
- बड़ा ब्रेक: कोल इंडिया लिमिटेड उनकी कंपनी का सबसे बड़ा ग्राहक बना। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
- रक्षा क्षेत्र में दबदबा: आज उनकी कंपनी केवल खनन के लिए ही नहीं, बल्कि भारतीय सेना के लिए मिसाइल (पिनाक, ब्रह्मोस), रॉकेट, ग्रेनेड और ड्रोन के लिए विस्फोटक बनाती है। वे भारत के पहले निजी खिलाड़ी हैं जिन्होंने स्वदेशी हथियार प्रणालियों में इतना बड़ा योगदान दिया है।
सत्यनारायण नुवाल: एक नजर में
| विवरण | जानकारी |
| जन्म स्थान | भीलवाड़ा, राजस्थान |
| शिक्षा | 10वीं तक (ड्रॉपआउट) |
| कंपनी | सोलर इंडस्ट्रीज इंडिया लिमिटेड |
| नेटवर्थ (अनुमानित) | $5.2 बिलियन (लगभग ₹46,000 करोड़ से अधिक) |
| वैश्विक उपस्थिति | 90+ देशों में कारोबार, 4 महाद्वीपों में प्लांट |
सत्यनारायण नुवाल आज भी साधारण जीवन जीते हैं और रोजाना एक घंटा प्राणायाम को समर्पित करते हैं। उनका कहना है कि सफलता के लिए डिग्रियों से ज्यादा धैर्य और सही समय पर सही फैसले लेने की क्षमता जरूरी है।


