उप्र की पवित्र नगरी प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू वाले महाकुंभ इस बार बेहद खास होने वाला है। जिस तरह भगवान श्रीराम की अयोध्या नगरी दमक रही है, उसी तर्ज पर संगमनगरी प्रयागराज का भी कायाकल्प होगा। यहां की दीवारों को सजाने यानि चित्रित करने के लिए अयोध्या की तर्ज पर चित्रकारी की जाएगी। इस काम से विश्व विद्यालयों के फाइन आट्र्स के छात्र-छात्राओं को जोड़ा जाएगा। प्रयागराज प्राधिकरण और जिला प्रशासन बीएचयू और इलाहाबाद विश्वविद्यालय के फाइन आर्ट के छात्रों को इंगेज करेगा।
प्रयागराज महाकुंभ में ये काम भी होंगे
इसके साथ ही थीमैटिक लाइटिंग से शहर के मुख्य स्थानों को सजाया जाएगा जिसमें निऑन मोटिफ्स, स्पाइरल लाइटिंग, डबल/सिंगल आर्म थीमैटिक पोल से प्रमुख सडक़ों, नौ फ्लाईओवर, चार पुलों और 50 पर्यटक स्थलों को भव्य तरीके से सजाया जाएगा। उप्र सरकार का कहना है कि 97 सडक़ों के नवीनीकरण के साथ थर्मोप्लास्टिक पेंटिंग, डिवाइडर पेंटिंग, ड्रेनेज के काम भी कराए जा रहे हैं।
सजावटी और फूलदार पौधे लगाए जाएंगे
उप्र की योगी सरकार प्रयागराज महाकुंभ 2025 के लिए बजट पहले ही जारी कर चुकी है। कई सौंदर्यीकरण के काम चले हैं, जो कि अक्टूबर तक पूरे हो जाएंगे। बतायाजाता है कि स्ट्रीट आर्ट और वॉल म्यूरल से करीब 10 लाख वर्ग फुट से अधिक क्षेत्र को चित्रित किया जाएगा। रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, सार्वजनिक भवनों की दीवारें, प्रमुख पर्यटक स्थल, घाट, आरओबी के साथ ही पुरानी पेंटिंग्स का जीर्णोद्धार भी किया जाएगा। 38 सडक़ों, 36 जंक्शनों, सार्वजनिक स्थानों के साथ पूरे शहर में सजावटी और फूलदार पौधे लगाए जाएंगे। पौधारोपण करके संगमनगरी को ग्रीन लैंड की तरह डेवलप किया जाएगा।


