बिहार में नई राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार के गठन की प्रक्रिया तेज़ हो गई है। हालिया विधानसभा चुनावों के बाद बुधवार को जनता दल यूनाइटेड (JDU) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपने-अपने विधायक दल के नेताओं का चुनाव कर लिया।
- पार्टी की बैठक में नीतीश कुमार को एकमत से विधायक दल का नेता चुना गया है। इसके साथ ही, उनका 10वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने का रास्ता साफ हो गया है।
- भाजपा की बैठक में सम्राट चौधरी को विधायक दल का नेता चुना गया है। वह पिछली सरकार में भी उपमुख्यमंत्री रहे थे।
- विजय कुमार सिन्हा को विधायक दल का उपनेता चुना गया है। सिन्हा पिछली विधानसभा में अध्यक्ष और पिछली सरकार में उपमुख्यमंत्रियों में से एक थे।
एनडीए की संयुक्त बैठक और शपथ ग्रहण
दोनों प्रमुख दलों द्वारा अपने-अपने नेताओं का चुनाव करने के बाद, अब सभी एनडीए सहयोगी दलों (जदयू, भाजपा, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा और राष्ट्रीय लोक मोर्चा) के विधायक संयुक्त बैठक में हिस्सा लेंगे।
इस संयुक्त बैठक में औपचारिक रूप से नीतीश कुमार को पूरे एनडीए विधायक दल का नेता चुना जाएगा।
- शपथ ग्रहण: सूत्रों के अनुसार, नीतीश कुमार 20 नवंबर को एक भव्य समारोह में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य वरिष्ठ भाजपा नेताओं के शामिल होने की संभावना है।
अब सबकी निगाहें मंत्रिमंडल के गठन और उपमुख्यमंत्री के पद पर होने वाले अंतिम फैसलों पर टिकी हैं।


