बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान को लेकर पाकिस्तान ने एक बड़ा और चौंकाने वाला कदम उठाया है। एक हालिया बयान को लेकर पाकिस्तान सरकार ने उन्हें ‘आतंकवाद विरोधी अधिनियम’ (Anti-Terrorism Act) के तहत ‘फोर्थ शेड्यूल’ (4th Schedule) सूची में शामिल करके लगभग ‘आतंकी’ घोषित कर दिया है।
विवाद क्या है?
यह पूरा विवाद सऊदी अरब में आयोजित एक कार्यक्रम से शुरू हुआ, जहां मंच पर बोलते हुए सलमान खान ने भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के साथ बलूचिस्तान का नाम भी लिया। उन्होंने कहा था, “ये बलूचिस्तान के लोग हैं, अफगानिस्तान के लोग हैं, पाकिस्तान के लोग हैं। हर कोई सऊदी अरब में मेहनत से काम कर रहा है।” पाकिस्तान सरकार इस बयान से भड़क गई क्योंकि उसने इसे बलूचिस्तान को एक अलग इकाई के रूप में मान्यता देने और पाकिस्तान की संप्रभुता पर हमला मानने जैसा समझा।
‘फोर्थ शेड्यूल’ का मतलब क्या है?
पाकिस्तान के एंटी-टेररिज्म एक्ट के तहत ‘फोर्थ शेड्यूल’ में उन व्यक्तियों के नाम शामिल किए जाते हैं, जिन पर सरकार को कट्टरपंथी गतिविधियों में शामिल होने या आतंकवाद को बढ़ावा देने का संदेह होता है। इस सूची में नाम आने का मतलब है कि व्यक्ति पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी।
क्या पाकिस्तान पुलिस सलमान खान को गिरफ्तार कर सकती है?
‘फोर्थ शेड्यूल’ में शामिल किए जाने से सलमान खान के खिलाफ पाकिस्तान में कानूनी कार्रवाई का रास्ता खुल गया है। हालांकि, उन्हें गिरफ्तार करने की संभावना सीधे तौर पर काफी कम है, क्योंकि:
- गैर-मौजूदगी: सलमान खान पाकिस्तान में मौजूद नहीं हैं, वह भारत के नागरिक हैं।
- प्रत्यर्पण प्रक्रिया: पाकिस्तान को उन्हें गिरफ्तार करने के लिए अंतरराष्ट्रीय कानूनी प्रक्रिया, जैसे कि इंटरपोल का रेड कॉर्नर नोटिस जारी करना होगा, और फिर भारत से उनके प्रत्यर्पण (Extradition) का अनुरोध करना होगा।
- राजनीतिक संवेदनशीलता: यह मामला अत्यधिक राजनीतिक और संवेदनशील है, जिस पर भारत सरकार भी आपत्ति जताएगी। भारत किसी बॉलीवुड स्टार के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई को स्वीकार नहीं करेगा।
हालांकि, इस घोषणा से यह स्पष्ट होता है कि अगर सलमान खान भविष्य में पाकिस्तान जाते हैं, तो उन्हें कानूनी जटिलताओं का सामना करना पड़ सकता है। फिलहाल, सलमान खान या उनकी टीम की तरफ से इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।


