यूक्रेन और रूस के बीच 2 साल से ज्यादा से युद्ध चल रहा है। हालात यह हैं कि कोई भी देश झुकने को तैयार नहीं है। कभी रूस यूक्रेन पर ताबड़तोड़ हमले कर उसे बर्बाद करने का दंभ भरता है, तो कभी यूक्रेन उसके हथियारों को ध्वस्त करने का दावा करता है। एक तरह से यह अब तक का सबसे ज्यादा लंबा चलने वाला युद्ध बनता जा रहा है। अब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने युद्ध विराम का प्रस्ताव रखा है। उनका कहना है कि अगर यूक्रेन नाटो में शामिल नहीं होता है और उनके देश को 4 प्रांत सौंप देता है तो रूस युद्ध समाप्त कर देगा। हालांकि इस शांति प्रस्ताव के बीच में अमेरिका कूद पड़ा है। अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन का कहना है कि रूस शर्त रखने की स्थिति में नहीं है। रूस चाहे तो आज ही युद्ध खत्म कर सकता है, लेकिन उसे यूक्रेन की संप्रभुता का सम्मान करना होगा।
नाटो में विस्तार की संभावना नहीं
रूस की शर्त पर यूक्रेन भी असहज है। वह किसी भी हालत में 4 प्रांत सौंपने के लिए तैयार नहीं होगा। अमेरिका के रक्षा मंत्री का कहना है कि फिलहाल नाटो में विस्तार की कोई संभावना नहीं है। हां, यह एक निर्णय है जो नाटो गठबंधन के 32 सदस्य किसी समय ले सकते हैं। हालांकि निकट भविष्य में इसकी संभावना अभी नहीं है।
नाटो के कारण ही छिड़ा युद्ध
दरअसल नाटो वह अंतरराष्ट्रीय गठबंधन है जिसमें अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय समेत 32 देश हैं। इन देशों में समझौता है कि अगर कोई हमला करता है तो सभी देश उसकी सहायता करेंगे। माना जाता है कि यूक्रेन भी नाटो में शामिल होने वाला था। रूस को यह कतई मंजूर नहीं था कि उसके देश की सीमा पर नाटो के सैनिक अपना अड्डा बनाएं। इसी कारण से यूक्रेन के खिलाफ उसने युद्ध छेड़ दिया था।