केंद्र की राजनीति में बिहार की भूमिका महत्वपूर्ण हो गई है। खासतौर पर नीतीश कुमार पर सबकी नजरें हैं। आरजेडी की उनके हर कदम पर नजर है। राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि इस सरकार में जेडीयू की अहम भूमिका होने जा रही है। नीतीश कुमार महात्मा गांधी के विचारों को मानने वाले हैं। जो मुद्दे हैं, उस पर जेडीयू क्या करेगी इसे जनता देखेगी। अग्निवीर, बिहार को विशेष राज्य का दर्जा, जातीय जनगणना यह मुद्दे हैं। जनता देख रही है कि बिहार को क्या मिलेगा और बिहार की जनता का इससे क्या फायदा होगा।
मंशा कभी पूरी नहीं होगी
बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार में हमेशा प्रमुख भूमिका में रहे हैं। उन्होंने कहा है कि वे एनडीए का हिस्सा थे, हैं और रहेंगे। जनादेश एनडीए के पक्ष में मिला है, इसलिए जो चोर दरवाजे से ताक-झांक करते रहते हैं, वे सफल नहीं होंगे, उनकी मंशा कभी पूरी नहीं होगी।
पद नहीं मांगे, यह पीएम का विशेषाधिकार
एनडीए सरकार में अपनी पार्टी द्वारा 2-3 कैबिनेट पदों की मांग की खबरों पर एलजेपी (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान ने कहा कि मैं ऐसी सभी बातों का खंडन करता हूँ। कोई मांग नहीं है। कोई मांग हो ही नहीं सकती क्योंकि हमारा लक्ष्य प्रधानमंत्री को फिर से प्रधानमंत्री बनाना था। यह विशेषाधिकार प्रधानमंत्री के पास ही है कि वे अपने मंत्रिमंडल में किसको जगह देते हैं और किसको नहीं देते हैं।
अग्निवीर पर जेडीयू को ऐतराज
जेडीयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि अग्निवीर योजना को लेकर मतदाताओं का एक वर्ग नाराज है। हमारी पार्टी चाहती है कि जिन कमियों पर जनता ने सवाल उठाए हैं, उन पर विस्तार से चर्चा हो और उन्हें दूर किया जाए। यूसीसी पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर सीएम ने विधि आयोग प्रमुख को पत्र लिखा चुके हैं। हम इसके खिलाफ नहीं हैं लेकिन सभी हितधारकों से बात करके इसका समाधान निकाला जाना चाहिए। त्यागी के बयान पर नवनिर्वाचित कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि पूरा देश इसके खिलाफ है। जेडी (यू) ने जो कहा है वह सही है।