भारत में लौटते मॉनसून का असर मध्य प्रदेश, बिहार, गुजरात, महाराष्ट्र और दक्षिण भारत के कई राज्यों में देखने को मिल रहा है। महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों से हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है।
महाराष्ट्र में बाढ़ और जनहानि
महाराष्ट्र के कई जिलों में बारिश से जुड़ी अलग-अलग घटनाओं में कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई है। राज्य में 11,800 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
- मराठवाड़ा में कई नदियाँ उफान पर हैं और फसलों को भारी नुकसान हुआ है।
- मराठवाड़ा के धराशिव जिले में रविवार को भारी बारिश से दो लोगों की जान चली गई।
- जायकवाड़ी बांध से पानी छोड़े जाने के कारण गोदावरी नदी का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे छत्रपति संभाजीनगर और नांदेड़ जिलों में स्थिति गंभीर है।
- मराठवाड़ा क्षेत्र से कुल 11,500 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है, जिनमें छत्रपति संभाजीनगर से 7,000 और धराशिव से 3,600 लोग शामिल हैं।
- बीड जिले में बाढ़ की गंभीर स्थिति को देखते हुए सेना और एनडीआरएफ की टीमें अलर्ट पर हैं।
- मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राहत कार्यों की समीक्षा की और अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
मौसम विभाग का अलर्ट और अन्य राज्यों में स्थिति
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि पश्चिम विदर्भ और उत्तरी मध्य महाराष्ट्र पर एक निम्न दाब क्षेत्र बना हुआ है, जिसके कारण इन क्षेत्रों के साथ-साथ गोवा और कोंकण क्षेत्र में 1 अक्टूबर तक भारी बारिश जारी रहने की संभावना है।
- मुंबई में तेज बारिश के कारण निचले इलाकों में पानी भर गया और लोकल ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुईं। जल निकासी के लिए पंपों को दिन-रात चलाया जा रहा है।
- मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश, बिहार, केरल, ओडिशा, राजस्थान, कोंकण, गोवा और पूर्वोत्तर के राज्य मेघालय में भी अगले दो-तीन दिन गरज के साथ बारिश की संभावना जताई है। गोवा के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।