गड्तंत्र दिवस के मुख्य समारोह के लिए दिल्ली के कर्तव्य पथ पर ऐतिहासिक परेड की शुरुआत ‘आवाहन’ से हो चुकी है। ढोल और मृदंग के साथ पहली बार, परेड की शुरुआत 100 से अधिक महिला कलाकारों द्वारा भारतीय संगीत वाद्ययंत्र बजाते हुए की जा रही है। परेड की शुरुआत इन कलाकारों द्वारा बजाए जा रहे शंख, नादस्वरम, नगाड़ा आदि संगीत के साथ हो रही है.
गड्तंत्र दिवस की इस परेड में कर्तव्य पथ पर ‘ध्वज’ फॉर्मेशन में चार Mi-17IV हेलीकॉप्टर भी शामिल हुए। वहीँ मार्च पास्ट शुरू होते ही कर्तव्य पथ पर परमवीर चक्र और अशोक चक्र सहित सर्वोच्च वीरता पुरस्कारों के विजेता भी निकले।
सेना की घुड़सवार टुकड़ियों द्वारा मार्च पास्ट
मैकेनाइज्ड कॉलम का नेतृत्व करने वाली पहली सेना टुकड़ी 61 कैवेलरी की है, जिसका नेतृत्व मेजर यशदीप अहलावत ने किया। 1953 में स्थापित, 61 कैवेलरी दुनिया में एकमात्र सेवारत सक्रिय हॉर्सड कैवेलरी रेजिमेंट है, जिसमें सभी ‘स्टेट हॉर्सड कैवेलरी यूनिट्स’ का समामेलन शामिल है।
75वें गणतंत्र दिवस पर कर्त्तव्य पथ पर फ्रांसीसी विदेशी सेना संगीत बैंड में 30 संगीतकार और फ्रांसीसी विदेशी सेना की दूसरी इन्फैंट्री रेजिमेंट के फ्रांसीसी मार्चिंग दल शामिल थे।इनके ऊपर कर्तव्य पथ पर दो राफेल लड़ाकू विमान हैं.