संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन, कांग्रेस की वरिष्ठ सांसद रेणुका चौधरी उस वक्त विवादों में घिर गईं, जब वह कथित तौर पर अपने पालतू कुत्ते के साथ संसद भवन परिसर में प्रवेश कर गईं। इस घटना पर भाजपा ने कड़ी आपत्ति जताते हुए उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, रेणुका चौधरी सत्र के पहले दिन अपने पालतू कुत्ते के साथ संसद परिसर में पहुंचीं। जैसे ही यह खबर फैली और तस्वीरें सामने आईं, परिसर में मौजूद अन्य सांसदों और सुरक्षाकर्मियों ने इस पर आपत्ति जताई। संसद भवन परिसर को एक उच्च सुरक्षा क्षेत्र माना जाता है, और नियमों के तहत इसमें पालतू जानवरों के प्रवेश की अनुमति नहीं है।
बीजेपी ने की सख्त कार्रवाई की मांग
इस घटना पर भाजपा के वरिष्ठ सांसद और मुख्य सचेतक जगदंबिका पाल ने सख्त आपत्ति दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि यह न केवल सुरक्षा नियमों का उल्लंघन है, बल्कि यह संसद की गरिमा के खिलाफ भी है।
जगदंबिका पाल ने मांग की, “यह संसद भवन की सुरक्षा का गंभीर उल्लंघन है। उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र में इस तरह पालतू जानवर को लाना बिल्कुल अस्वीकार्य है।” संसद देश की सर्वोच्च विधायी संस्था है। इसकी गरिमा और मर्यादा को बनाए रखना सभी सांसदों की जिम्मेदारी है। ऐसा करके रेणुका चौधरी ने सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाई है।”
उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष से अनुरोध किया कि वे इस मामले का संज्ञान लें और रेणुका चौधरी के खिलाफ नियमों के उल्लंघन के लिए सख्त कार्रवाई करें, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएँ न हों।
रेणुका चौधरी का पक्ष
हालांकि, इस मामले पर अभी तक रेणुका चौधरी की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है कि वह किस वजह से कुत्ते को लेकर संसद पहुंची थीं, लेकिन यह घटना शीतकालीन सत्र के पहले दिन का एक बड़ा विवाद बन गई है।


