भारत सरकार ने देश में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को बड़ी राहत देते हुए उनके देश छोडऩे की समयसीमा को आगे बढ़ा दिया है। यह फैसला खासकर उन लोगों के लिए राहत लेकर आया है जिनके वीजा की अवधि समाप्त हो गई थी या होने वाली थी। पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद 26 पर्यटकों की जान चली गई थी। सरकार ने शुरू में सख्त रुख अपनाते हुए पाकिस्तानी नागरिकों को जल्द से जल्द देश छोडऩे का आदेश दिया था। इसके लिए 30 अप्रैल, 2025 की समयसीमा निर्धारित की गई थी और वाघा-अटारी सीमा को भी बंद करने की बात कही गई थी। हालांकि, मानवीय आधार पर और कुछ लोगों की वास्तविक समस्याओं को देखते हुए सरकार ने अपने पहले के आदेश में आंशिक संशोधन किया है। नए आदेश के अनुसार, भारत में मौजूद पाकिस्तानी नागरिक अब अगले आदेश तक वाघा-अटारी सीमा के माध्यम से अपने देश लौट सकते हैं। इससे उन लोगों को सहूलियत होगी जो वीजा संबंधी या अन्य कारणों से निर्धारित समय सीमा के भीतर नहीं जा पाए थे।
सुरक्षा को लेकर चिंताएं बरकरार
सरकार ने सुरक्षा को लेकर अपनी चिंताएं अभी भी बरकरार रखी हैं। गृह मंत्रालय ने सभी संबंधित एजेंसियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि केवल वैध दस्तावेजों वाले पाकिस्तानी नागरिक ही सीमा पार करें और किसी भी तरह की अवैध गतिविधि को रोकने के लिए कड़ी निगरानी रखी जाए। इस फैसले से भारत में फंसे कई पाकिस्तानी नागरिकों ने राहत की सांस ली है। उन्हें अब बिना किसी जल्दबाजी या परेशानी के अपने वतन लौटने का अवसर मिलेगा। सरकार के इस कदम को मानवीय दृष्टिकोण और व्यावहारिक जरूरतों को ध्यान में रखते हुए उठाया गया एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है।